हुसैनीवाला हेड में सिल्ट बन सकती है बाढ़ का कारण
फिरोजपुर : भारत-पाक सीमा के नजदीक स्थित हुसैनीवाला हेड में जमा सिल्ट बाढ़ का कारण बन सकती है। हेड में 15 फीट से ज्यादा जमा रेत व मिट्टी के रूप में गाद को हटाने में माइनिंग विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। सरकारी मशीनरी की उदासीनता के कारण ही हेड के गेटों की मरम्मत का काम भी धीमा पड़ गया है।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : भारत-पाक सीमा के नजदीक स्थित हुसैनीवाला हेड में जमा सिल्ट बाढ़ का कारण बन सकती है। हेड में 15 फीट से ज्यादा जमा रेत व मिट्टी के रूप में गाद को हटाने में माइनिंग विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। सरकारी मशीनरी की उदासीनता के कारण ही हेड के गेटों की मरम्मत का काम भी धीमा पड़ गया है।
हुसैनीवाला हेड में सतलुज का प्रवास पूरी तरह से भारत द्वारा रोक लिया जाता है, अब तक यहीं से रिस कर दरिया का बड़ी मात्रा में पानी पाकिस्तान को जाता था। दरिया का पानी पाकिस्तान की ओर न जा सके, इसके लिए भारत द्वारा हुसैनीवाला हेड के सभी गेटों को दुरुस्त करने काम किया जा रहा है। हालांकि यह काम जनवरी के पहले सप्ताह में ही पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, मरम्मत कार्य को देखते हुए हरिके हेड से दरिया में पानी नाममात्र का ही छोड़ा जा रहा है। ऐसे में अब तक गेटों की मरम्मत का काम मात्र 60 फीसद हो पाया है, शेष रहता काम पूरा होने में अब भी सवा से डेढ़ महीने का समय लगेगा। काम के शिथिल गति से होने से दरिया के आसपास के हिस्सों में रहने वाले लोग परेशान हैं।
हेड के नजदीक के 200 फीट के दायरे में 15 फुट से ज्यादा सिल्ट, जिसमें रेत व मिट्टी जमा है, जिससे बारिश के मौसम में दरिया में ज्यादा पानी आने पर ठीक प्रकार से उसका प्रभाव नहीं हो पाता। यह पानी हेड के आसपास के क्षेत्रों में फैलता है, बाढ़ के पानी से फसलों रिहायशी हिस्सों को बचाने के लिए यदि पाकिस्तान की ओर पानी हेड से छोड़ा जाता भी तो उसका प्रवाह उस गति से संभव नहीं हो पाएगा, जैसा कि होना चाहिए। इसका कारण हेड के गेटों के पास बड़ी मात्रा में साल्ट का इकट्ठा होना बताया जा रहा है।
अभी सूखा पड़ा है हेड, निकाली जा सकती है सिल्ट
हेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सिल्ट निकालने के प्रति माइनिंग विभाग गंभीर नहीं है। ऐसे में जबकि हेड की मरम्मत का काम चल रहा है और हेड सूखा हुआ है तो यहां से रेत व मिट्टी को हटाया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है, जो कि आने वाले दिनों में बाढ़ का कारण बन सकता है। डीसी बलविदंर ¨सह धालीवाल ने कहा कि वह संबंधित विभागों से बात करेंगे और देखेंगे कि क्या कुछ किया जा सकता है।