फिरोजपुर में आतंकियों का कोई इनपुट नहीं : एआइजी
जैश ए मोहम्मद के आधा दर्जन आंतकियों के सड़क मार्ग से फिरोजपुर में दाखिल होने की व्यक्त की जा रही आशंकाओं पर तीसरे दिन भी सुरक्षा एजेंसियां शहर से लेकर सरहद तक चौकस रही, फिर भी कहीं से किसी आंतकी के फिरोजपुर में होने का कोई सुराग नहीं मिला। दो दिन हाई अलर्ट पर रहने वाली सुरक्षा एजेंसियां शुक्रवार को अलर्ट पर दिखाई पड़ी।
प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर
जैश ए मोहम्मद के आधा दर्जन आतंकियों के सड़क मार्ग से फिरोजपुर में दाखिल होने की व्यक्त की जा रही आशंकाओं पर तीसरे दिन भी सुरक्षा एजेंसियां शहर से लेकर सरहद तक चौकस रहीं। अभी तक कहीं से किसी आतंकी के फिरोजपुर में होने का कोई सुराग नहीं मिला है। काउंटर इंटेलिजेंस के एआइजी न¨रदर ¨सह ने उक्त आतंकियों के फिरोजपुर में किसी भी प्रकार के इनपुट होने से इंकार किया है।
फिरोजपुर जिले की 90 किलोमीटर से अधिक की सीमा पाकिस्तान से सटी होने व सतलुज दरिया के भारत-पाकिस्तान के मध्य स्थित अंतरराष्ट्रीय सरहद को कई बार क्रॉस होने को देखते हुए सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ रही है। आतंकियों के फिरोजपुर में दाखिल होने की आशंका को देखते हुए पुलिस द्वारा सरहदी गांवों व कस्बों के लोगों तक आतंकियों की वायरल हो रही तस्वीरों को पहुंचा दिया गया है। बीएसएफ ने भी फिरोजपुर बार्डर रेंज के साथ ही अबोहर व पंजाब के अन्य बार्डर रेंजों की पोस्टों व दरिया से सटे हिस्सों में उक्त आतंकियों की फोटो भेज दी है। डीएसपी जसपाल ¨सह ने बताया कि पुलिस पूरी मुस्तैदी से वाहनों की चेकिंग कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक जो सूचना मिल रही थी उसके अनुसार आतंकियों के दिल्ली जाने की बात सामने आ रही थी, परंतु जो जांच-पड़ताल हुई है उससे यह सामने निकल कर आया है कि यदि आतंकियों ने फिरोजपुर की तरह मूवमेंट की होगी तो उनका मकसद फिरोजपुर, फाजिल्का हाईवे के रास्ते राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में दाखिल होना है, क्योंकि राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार चल रहा है, ऐसे में उनके मनसूबे वहां पर गड़बड़ी फैलाने के हो सकते हैं। उक्त आशंका को देखते हुए हाईवे व टोल प्लाजा पर अतिरिक्त सतर्कता बढ़ा दी गई है। बाक्स-
साफ मौसम ने आतंकियों के इरादों पर लगाया अंकुश
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार साफ मौसम ने आतंकियों के मनसूबों पर पानी फेर दिया है। दिन व रात्रि के समय दूर तक दिखाई देने से वह सुरक्षा बलों की निगाह में आसानी से आ सकते हैं। ऐसे में यदि जैश ए मोहम्मद के आतंकी यदि कहीं कोई मूवमेंट करते हैं तो आसानी से निगाह में आ जाएंगे। धुंध उनके आवागमन में बड़ी मददगार साबित होती है, पिछले तीन दिनों से मौसम भी साफ है, ऐसे में यदि आंतकियों की कोई मूवमेंट हुई तो उन्हें मार-गिराया जाएगा।