बाढ़ का खतरा टला, सामान्य होने लगे हालात
फिरोजपुर : सतलुज किनारे बसे लोगों व उनकी फसलों पर पिछले चार दिन से जो बाढ़ में डूबने का खतरा मंडरा रहा था, वह हट गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश थमने से हरिके हेड में ब्यास-सतलुज दरिया के माध्यम से पानी की आवक भी कमजोर हो गई, जिससे हरीके हेड से हुसैनीवाला हेड की ओर शुक्रवार की दोपहर बाद मात्र 12000 क्यूसिक पानी छोड़ा गया, जबकि हरिके हेड में पानी की आवक मात्र 26000 क्यूसिक रह गई।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : सतलुज किनारे बसे लोगों व उनकी फसलों पर पिछले चार दिन से जो बाढ़ में डूबने का खतरा मंडरा रहा था, वह हट गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश थमने से हरिके हेड में ब्यास-सतलुज दरिया के माध्यम से पानी की आवक भी कमजोर हो गई, जिससे हरीके हेड से हुसैनीवाला हेड की ओर शुक्रवार की दोपहर बाद मात्र 12000 क्यूसिक पानी छोड़ा गया, जबकि हरिके हेड में पानी की आवक मात्र 26000 क्यूसिक रह गई।
तीन दिन पहले हरिकेहेड से हुसैनीवाला हेड की ओर बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने से तरीय हिस्सें में बीजी गई धान व दूसरे फसलें बाढ़ के पानी की जद में आ गई थी। बस्ती रामलाल के हिस्से में बीएसएफ की चौकियां व फैं¨सग को भी पानी ने अपने घेरे में ले लिया था, लेकिन शुक्रवार को पानी का प्रवाह कमजोर होने पर खेतों से बाढ़ का पानी उतर गया। फैं¨सग व बीएसएफ चौकियां के आसपास पानी कम हो गया है। बाढ़ का पानी उतरने से फिल हाल अभी रास्तों पर कीचड़ ही कीचड़ दिखाई दे रहा है, हालांकि मौसम साफ होने के कारण जल्द ही रास्तों के सूख जाने की आशा है। बाढ़ का पानी उतर जाने से धान की फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचने की आशंका भी अब कम हो गई है।
निचले हिस्सों के खेतों में पानी सूखने में लगेगा कुछ समय
गांव कालूवाला किसान गुरप्रीत ¨सह व गांव टेंडी वाला निवासी किसान जसप्रीत ¨सह ने बताया कि बाढ़ का खतरा फिल हाल पूरी तरह से टल गया है, लेकिन बाढ़ का पानी खेतों में भर जाने से निचले हिस्से के खेतों से पानी सूखने में लंबा समय लगेगा। ऐसे में पक रही धान की फसल को काटना एक चुनौती होगी, ऐसे में वह लोग प्रशासन से मांग करते हैं कि उनकी धान की फसलों को प्रमुखता के आधार पर खरीदा जाए।
आज हालात पूरी तरह सामान्य हो जाएंगे
नहरी विभाग हरिके हेड के एक्सईएन हाकम ¨सह ने कहा कि शनिवार सुबह तक हालात पूरी तरह से सामान्य हो जाएंगे। शुक्रवार दोपहर बाद तक हरिके हेड में पानी की आवक 26000 क्यूसिक थी, जिसमें से वह 12 हजार क्यूसिक ही हुसैनीवाला हेड की ओर पानी छोड़ रहे थे। शनिवार सुबह तक और पानी घटने की उम्मीद है।