नशे की ओवरडोज से युवक की मौत
ममदोट (फिरोजपुर) : प्रदेश में कैप्टन सरकार के ढाई साल बीत जाने के बावजूद अभी भी पंजाब में नशे का धंधा रुक नहीं पाया है। फिरोजपुर के सीमावर्ती ब्लॉक ममदोट के गांव हजारा ¨सह वाला में नशे की ओवरडोज से 20 वर्षीय युवक गुरनाम ¨सह उर्फ बब्बी की मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि छह माह के भीतर गांव में नशे की ओवरडोज से तीसरी मौत हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, ममदोट (फिरोजपुर) : प्रदेश में कैप्टन सरकार के ढाई साल बीत जाने के बावजूद अभी भी पंजाब में नशे का धंधा रुक नहीं पाया है। फिरोजपुर के सीमावर्ती ब्लॉक ममदोट के गांव हजारा ¨सह वाला में नशे की ओवरडोज से 20 वर्षीय युवक गुरनाम ¨सह उर्फ बब्बी की मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि छह माह के भीतर गांव में नशे की ओवरडोज से तीसरी मौत हो चुकी है।
परिजनों के मुताबिक मृतक गुरनाम ¨सह पेंटर का काम करता था और गांव के अन्य नशेड़ी लड़कों के संपर्क में आ जाने से नशे का आदी हो गया। इसी नशे की ओवरडोज लेने से रविवार सुबह चार बजे उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई सतनाम ¨सह, गांववासियों ने कहा कि लोगों ने कैप्टन सरकार के आने और यह सोचा था कि नशा बंद हो जाएगा, लेकिन नशा अभी तक बंद नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि नशा सरेआम गांवों और शहरों में अभी भी चल रहा है, जिससे आए दिन ही पंजाब के नौजवान नशे की लत में पड़कर जान गंवा रहे हैं।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, ग्रामीण बोले, खुलेआम बिक रहा चिट्टा
ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए कि नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि सरहदी गांवों में चिट्टा का कारोबार खुलेआम हो रहा है, लेकिन पुलिस इस मामले में कुछ करने को तैयार नहीं है। कभी कभार खानापूर्ति करने के लिए एकाध पर्चा दर्ज कर लिया जाता है। सीमा से सटे होने के कारण उनके गांवों में नशे का धंधा बहुत ज्यादा है। लोगों ने सरकार से गुहार लगाते कहा कि पंजाब के नौजवानों की ¨जदगी बचाने के लिए नशे की बिक्री पर अंकुश लगाया जाए।