वन भूमि पर लगाए थे तूड़ी के ढेर, कब्जा छुड़ाने गए कर्मियों को सरपंच ने पिटवाया
फिरोजपुर गांव मस्तेके में वन विभाग की जमीन से कब्जा छुड़वाने गए कर्मियों पर कांग्रेस सरपंच ने साथियों के साथ मिलकर मारपीट की और धमकियां दी। फोरेस्ट गार्ड गुरबचन सिंह ने बताया कि गांव की भूमि पर विभाग ने प्लांटेशन करने की योजना बनाई थी।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : गांव मस्तेके में वन विभाग की जमीन से कब्जा छुड़वाने गए कर्मियों पर कांग्रेस सरपंच ने साथियों के साथ मिलकर मारपीट की और धमकियां दी। फोरेस्ट गार्ड गुरबचन सिंह ने बताया कि गांव की भूमि पर विभाग ने प्लांटेशन करने की योजना बनाई थी। दो महीने पहले उक्त भूमि का पूरी तरह से निरीक्षण करने के बाद वहां पर जिन लोगों ने अवैध रूप से तूड़ी के ढेर लगा रखे थे, उन्हें 26 अप्रैल को ढेर हटाने के निर्देश दिए। इसके बावजूद आरोपितों ने ढेर हटाने की बजाय उनसे बहस करने लगे। गुरबचन ने बताया कि जब उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों के आदेश के मुताबिक यहां पर पौधरोपण होना है। वह इस जमीन को खाली करवाने गए तो मौके पर कांग्रेस सरपंच आ पहुंचा और उसने कर्मियों के साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। आरोपितों ने वन कर्मियों से मारपीट की। इस दौरान बलजिंदर सिंह, मुख्तयार सिंह सहित एक अन्य कर्मी घायल हो गया।
घायल कर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई, घायलों का सरकारी अस्पताल में उपचार करवाया गया। थाना आरिफके पुलिस के सब इंस्पेक्टर कुलबीर चंद ने बताया कि पुलिस ने सरपंच सहित दस अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है। अभी तक सरपंच अंग्रेज सिंह व अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
गौर हो कि वन विभाग की भूमि पर कई जगह लोगों ने कब्जे जमा रखे हैं और अकसर ही वन कर्मियों को भू-माफिया का सामना करना पड़ता है। कब्जाधारियों के बारे में सब कुछ जानते हुए भी विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। इससे पहले हरिके पत्तन में भी वन विभाग की भूमि पर भू-माफिया ने कर्मियों पर हमला बोला था।