बेखौफ हुए अपराधी, कई सालों से नहीं सुलझी कत्ल व लूटपाट की वारदातें
सीमावर्ती जिले में बढ़ रही चोरी व लूट की वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। पुलिस की ढीली कार्रवाई के कारण बेखौफ चोरों व लुटेरों की ओर से सरेआम वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। पिछले लंबे समय से क्षेत्र में कई ऐसे मामले है जो अभी तक रहस्य बने हुए हैं।
तरूण जैन, फिरोजपुर : सीमावर्ती जिले में बढ़ रही चोरी व लूट की वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। पुलिस की ढीली कार्रवाई के कारण बेखौफ चोरों व लुटेरों की ओर से सरेआम वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। पिछले लंबे समय से क्षेत्र में कई ऐसे मामले है, जो अभी तक रहस्य बने हुए हैं।
फिरोजपुर में ही इस साल की शुरुआत के तीन माह में हुई चोरी व लूटपाट के मामले में पुलिस आरोपितों का कोई सुराग नहीं लगा पाई है। वहीं शहर में हुई हत्या के मामले में कई साल बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपितों का सुराग नहीं लगा पाई है, जबकि मृतकों के परिजन इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं। इन वारदातों को नहीं सुलझा पाई पुलिस
केस-1
26 मार्च 2021 को थाना कैंट से मात्र 100 मीटर दूरी पर स्थित एक खोखे पर रात को करीब 60 हजार की चोरी हुई। दुकानदार ने चोर की सीसीटीवी फुटेज भी मुहैया कराई । एसएसपी के पास मामला पहुंचने के बावजूद अब तक केस दर्ज नही किया गया।
केस-2
पांच दिसंबर 2020 को छावनी की संत लाल रोड़ पर हथियारबंद युवकों ने आदित्या गर्ग की वरना गाड़ी को बंदूक की नोक पर छीन लिया । पुलिस द्वारा सीसीटीवी के अलावा कई थ्योरियों पर काम करने की बात कही गई, लेकिन अभी तक लुटेरों का कोई सुराग नहीं लगा। केस-3
- 24 जनवरी 2021 की सुबह युवकों ने छावनी के मेन बाजार स्थित एक दुकान के ताले तोड़कर हजारो की नकदी के अलावा जरूरी कागजात चोरी कर लिए। दुकानदार द्वारा कैंट पुलिस को लिखित जानकारी देने के बावजूद कोई पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौके पर जांच के लिए नही पहुंचा।
केस-4
- 27 जनवरी 2021 को पिस्तौल के बल पर तीन हथियारबंद लुटेरे सीआइए स्टाफ थाने से मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित वजीर अली बिल्डिग के पास शराब ठेके के कारिदे को बंदूक दिखाकर करीब 43 हजार की नकदी छीनकर ले गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले, लेकिन अभी तक किसी को पकड़ने में नाकाम रही।
केस-5
-एक फरवरी को जिला पुलिस हेडक्वार्टर से कुछ मीटर की दूरी पर 47 वर्षीय युवक की गोली मारकर सरेआम हत्या कर दी गई और बाद में परिजनों को बिना बताए शव को भी छिपाने की कोशिश की गई। पुलिस चार घंटे बाद मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू की। पुलिस ने अज्ञात पर मामला दर्ज किया, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नही हुई है।
केस-6
सात साल बाद भी नहीं पकड़े गए हत्या के आरोपित
- 10 मार्च 2011 को छावनी की दाना मंडी के नजदीक गांव बजीदपुर निवासी बलवंत राज शर्मा की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर उनकी 32 बोर की रिवाल्वर लेकर फरार हो गए थे। इस संबंधी थाना कुलगढ़ी पुलिस ने मामला दर्ज किया था। बलवंत की पत्नी सीता रानी ने कहा कि इंसाफ के लिए वह दर-दर की ठोकरें खा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई इंसाफ नहीं मिल पाया है।
पुलिस कर्मी के हत्यारे भी गिरफ्त से दूर
पंजाब भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कमल शर्मा के बाडीगार्ड कृष्ण के हत्यारं भी पुलिस अभी तक नहीं ढूंढ पाई है। 11 जून 2016 को उक्त पुलिस कर्मी अपने घर पर सो रहा था तो कुछ लोगों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिटी पुलिस ने मामला दर्ज किया था और परिजनों को इंसाफ दिलवाने के लिए खुद एससी आयोग के उपाध्यक्ष राजकुमार वेरका आए थे और डिप्टी कमिश्नर व एसएसपी को तलब किया गया था। इसके बावजूद अभी तक पुलिस आरोपित गिरफ्त से दूर हैं। इनकी सुनो
पुलिस की नजर से नहीं बच सकता कोई अपराधी एसपी डिटेक्टिव रतन सिंह बराड़ ने कहा कि पुलिस जो भी मामले दर्ज करती है, उसमें अपराधी को पकड़ कर ही शिकायतकर्ता को इंसाफ दिलाती है। अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो, पुलिस की नजर से कोई बच नही सकता। अपराध के वक्त अपराधी कोई ना कोई अपनी निशानी छोड़ ही जाता है। पुलिस की सक्रियता के कारण ही लोग शांतमयी वातावरण में रह रहे है।