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वाट्सएप पर डिमांड से घर पहुंच रही सप्लाई, ऐसे चल रहा यह गलत धंधा

पंजाब में नशे के सौदागरों ने पुलिस की सख्‍ती के बाद युवाओं तक ड्रग पहुंचाने का नया तरीका अपना लिया है। तस्‍कर अब वाट्सएप पर डिमांड लेते हैं और युवाओं तक नशा पहुंचाते हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 11:31 AM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 11:33 AM (IST)
वाट्सएप पर डिमांड से घर पहुंच रही सप्लाई, ऐसे चल रहा यह गलत धंधा
वाट्सएप पर डिमांड से घर पहुंच रही सप्लाई, ऐसे चल रहा यह गलत धंधा

फिरोजपुर, [प्रदीप कुमार सिंह]। पंजाब में नशे पर सरकार और पुलिस की सख्‍ती के बाद तस्‍करों ने अपना गंदा धंधा चलाने का नया तरीका अपना लिया है। नशे के सौदागरों ने नशे के आदी युवाओं तक नशा पहुंचाने के लिए अब सोशल म‍ीडिया का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। लोग अपने बच्चों को नशे से दूर करने के लिए परिवार एक कोशिश करते हैं तो नशे के सौदागर दूसरा तरीका अपना लेते हैं। अब तो वाट्सएप पर मैसेज भेजकर तस्कर नशेडिय़ों को घर में ही नशा पहुंचा रहे हैं।

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नशे के सौदागरों ने धरपकड़ से बचने के लिए बदला सप्लाई का तरीका

नशा छुड़ाओ केंद्र फिरोजपुर में हाल में ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें परिवार के लोग नशे के दलदल में फंसे युवकों का इलाज करवा रहे थे, लेकिन नशा तस्कर युवकों को उनके घर में ही नशा पहुंचा देते थे। किसी को पता न चले, इसलिए युवकों को वाट्सएप पर मैसेज भेजने की हिदायत दी जाती है। मैसेज मिलने पर तस्कर मौका पाकर घर में युवकों के कमरे तक नशे की डिलीवरी कर देते हैं।

खिड़की से कमरे में फेंक जाते नशे की डोज

ममदोट कस्बे के एक गांव का 19 वर्षीय नौजवान नशे की दलदल में फंसा था। युवा बेटे को मां ने नशा छुड़ाओ केंद्र में भर्ती करवाया। नशा छुड़ाओ केंद्र से दवाई चल रही थी, लेकिन बेटे की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। कुछ दिन बाद जब युवक पर नजर रखी जाने लगी तो सामने आया कि वह वाट्सएप पर नशे की डिमांड साथियों को भेजता था। जब भी वह घर में वह कुछ देर के लिए अकेला होता तो उसे खिड़की से नशे की डोज फेंक दी जाती। बदले में वह घर की कोई महंगी वस्तु उन्हें दे देता था।

फिरोजपुर का नशा मुक्ति केंद्र।

दोस्त बनकर आए, घर पर लगा गए नशे का टीका

सरहदी गांव निहालावाला के जमींदार परिवार के दोनों बेटे नशे के आदी हो चुके थे। मां बेटों को नशे से दूर करना चाहती थी। बेटों को घर पर ही बंद करके रखा जाता। घर से बाहर अकेले आना-जाना भी बंद कर दिया गया। इसके बावजूद बेटे फिर से नशे में रहने लगे। बेटे खुद मैसेज कर नशे की डिमांड करते थे। कुछ युवक दोस्त बनकर घर आते थे और चुपके से नशा दे जाते थे। परिवार को तीन दिन पहले उस वक्त पता चला जब एक दिन इंजेक्शन लगाने के बाद बाजू से खून निकलने लगा।

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पति घर में मंगवा लेता था दो से चार ग्राम हेरोइन

फिरोजपुर शहर की बस्ती आवां में युवक पत्नी के किचन या बाथरूम में जाते ही वाट्सएप पर मैजेस भेजकर नशे की डोज की डिमांड भेज देता था। महिला ने बताया कि पति की अच्छी नौकरी थी, लेकिन नशे के लत में सब कुछ गंवा दिया। नशा मुक्ति केंद्र में पति का इलाज करवा रही है फिर भी कोई सुधार नहीं हो रहा था। एक दिन उसने फोन चेक किया तो सामने आया कि वह वाट्सएप पर मैसेज भेजकर दो से चार ग्राम हेरोइन मंगवा लेता है। अब उसने पति को घर में रखने की बजाय फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया है।

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ऐसे मामलों की लोग पुलिस को दें जानकारी : एसएसपी

एसएसपी प्रीतम सिंह का कहना है कि नशे के सौदागरों को पकडऩे के लिए पुलिस ने 181 और 112 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जहां भी ऐसा मामला सामने आए लोग पुलिस को सूचना दें। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

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