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अस्पतालों को प्रोटेक्टेड जोन घोषित करने की मांग

अस्पतालों और डाक्टर्स की सुरक्षा को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जिले के डीसी गुरपाल चहल को ज्ञापन दिया। डाक्टर्स ने रोष दिवस मनाते हुए काले बिल्ले लगा कर काम किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 10:19 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 10:19 PM (IST)
अस्पतालों को प्रोटेक्टेड जोन घोषित करने की मांग
अस्पतालों को प्रोटेक्टेड जोन घोषित करने की मांग

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : अस्पतालों और डाक्टर्स की सुरक्षा को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जिले के डीसी गुरपाल चहल को ज्ञापन दिया। डाक्टर्स ने रोष दिवस मनाते हुए काले बिल्ले लगा कर काम किया।

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इस दौरान आइएमए के जिला प्रधान एनके नंदा ने कहा कि अस्पताल और डाक्टर्स पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए सरकार अस्पतालों को प्रोटेक्टेड जोन घोषित करे। जिला प्रधान डा. एनके नंदा, सचिव डा. अश्वनी कालिया ने कहा कि डीसी गुरपाल चहल को ज्ञापन देकर डाक्टर्स की सुरक्षा की मांग की गई। कोरोना के हालातों में पिछले दो सप्ताह में आसाम, बिहार,वेस्ट बंगाल, दिल्ली, यूपी और कर्नाटका के अलावा भी कई जगह डाक्टर्स पर हुए हमलो में गंभीर चोंटे आई हैं। इस गंभीर समस्या को लेकर आइएमए देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, सेहत मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के समक्ष मुद्दा उठा चुके है, लेकिन कोई रिलिफ नहीं मिला। डा. एनके नंदा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए अस्पतालों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। सरकार अस्पतालों को प्रोटेक्टेड जोन घोषित करे और अस्पताल में तोड़ फोड़ करने व डाक्टर्स से मारपीट करने के आरोपितों पर फास्ट ट्रेक कोर्ट में सुनवाई की जाए।

डाक्टरों की सुरक्षा के लिए बनाए जाएं सख्त कानून: डा. गुप्ता संवाद सूत्र, फाजिल्का : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बैठक शुक्रवार को होटल गुलशन रेजनसी में अध्यक्ष डा. रमेश गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान ह्रदय रोग विशेषज्ञ डा. यशपाल जस्सी ने कहा कि कोरोना काल में भी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और मेहनत से निभा रहे हैं, लेकिन फिर भी मरीज या उनके परिजनों द्वारा डाक्टरों के साथ बदसलूकी की घटनाएं होती रहती है,

डा. जस्सी ने योगगुरु बाबा रामदेव के उस बयान की भी आलोचना करते हुए कहा कि बाबा रामदेव पूरे देश के डाक्टरों व एलोपेथी पद्दति पर गलत बयानबाजी कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इस दौरान मांग की गई कि डाक्टरों के साथ बदसलूकी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून लागू करने चाहिए। बैठक में आइएमए के सदस्य व सरकारी अस्पताल के भी सभी डाक्टर उपस्थित रहे। सीनियर मेडिकल अफसर डा. सुधीर पाठक ने कहा कि लोग झूठे प्रचार पर विश्वास न करे और समय रहते अपना सही इलाज करवाए व वैक्सीन जरूर लगवाए। इस दौरान डाक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके डा. सुधीर पाठक, डा. यशपाल जस्सी, आईएमए के महासचिव डा. विवेक मुंजाल, डा. रेणु धूड़िया, डा. उषा स्वामी, डा. शविन्दर वर्मा, डा. एमएम सिंह, डा. अश्वनी लूना, डा. अर्पित गुप्ता, डा. निशांत सेतिया, डा. भूपेन, डा. सिद्धार्थ कलुचा, डा. एरिक, डा. गौतम रेखी, डा. रोहित गोयल, डा. विकास गांधी, डा. विजय अरोड़ा, डा. राघव कक्कड़ व सदस्य उपस्थित रहे।


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