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कोल्ड ड्रिक की बिक्री हुई 50 फीसदी कम : संदीप गर्ग

कोरोना वायरस के कारण जहां दूसरे कामकाज प्रभावित हुए हैं वहीं इसका असर कोल्ड ड्रिक की बिक्री पर भी पड़ा है। इसका कारण जहां कोरोना के कारण लोगों ने कोल्ड ड्रिक का इस्तेमाल करना कम कर दिया है वहीं कोल्ड ड्रिक की कम बिक्री का कारण विवाह शादी समारोह को भी बताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 10:33 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 10:33 PM (IST)
कोल्ड ड्रिक की बिक्री हुई 50 फीसदी कम : संदीप गर्ग
कोल्ड ड्रिक की बिक्री हुई 50 फीसदी कम : संदीप गर्ग

राज नरूला, अबोहर : कोरोना वायरस के कारण जहां दूसरे कामकाज प्रभावित हुए हैं वहीं इसका असर कोल्ड ड्रिक की बिक्री पर भी पड़ा है। इसका कारण जहां कोरोना के कारण लोगों ने कोल्ड ड्रिक का इस्तेमाल करना कम कर दिया है वहीं कोल्ड ड्रिक की कम बिक्री का कारण विवाह शादी समारोह को भी बताया जा रहा है।

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कोल्ड ड्रिक विक्रेता संदीप गर्ग ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार गर्मी के सीजन में कोल्ड ड्रिक की बिक्री करीब 50 फीसदी ही रह गई है। उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण तो शादी व अन्य समारोह का बंद हो जाना है क्योंकि कोल्ड ड्रिक की ज्यादा खपत विवाह शादी या अन्य समारोह में ही अधिक होती थी। इतना ही नहीं इसके अलावा कोल्ड ड्रिक की लागत होटल, रेस्टोरेंट इत्यादि पर होती थी जहां भी अभी कामकाज पुरी तरह से नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण भी लोगों ने कोल्ड ड्रिक का इस्तेमाल कम तो किया है। उधर, कोल्ड ड्रिक विक्रेता देसराज ने कहा कि कोरोना के कारण लोगों ने घर पर कोल्ड ड्रिक का इस्तेमाल करना कम कर दिया है जिससे बिक्री में 25 से 30 फीसदी की कमी आई है। उन्होंने कहा कि लोग घरों मे तैयार किए जाने वाले पेय पदार्थ का अधिक इस्तेमाल करने लगे हैं। लोग नींबू पानी का इस्तेमाल अधिक कर रहे हैं व डॉक्टर भी इसकी सलाह देते हैं।

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आयुर्वेद काढ़े की डिमांड रही ज्यादा

राम कुमार नत्थू राम पंसारी के संचालक संजय गोयल ने बताया कि कोरोना के कारण डॉक्टरों ने लोगों को काढ़ा पीने की सलाह दी थी। इसके बाद लोग काढ़ा दिन में एक दो बार जरूर पीने लगे हैं हालांकि बच्चों को यह नहीं भा रहा है। उन्होंने बताया कि बाजार में आयुर्वेद काढ़े की डिमांड ज्यादा रही है। कई लोगों ने मुफ्त में भी काढ़ा बांटा है। उन्होंने कहा कि इससे जहां इम्यूनिटी बढ़ती है वहीं इससे जुकाम खांसी से भी फायदा मिलता है। उन्होंने बताया कि कई लोगों ने घर पर भी काढ़ा तैयार कर इस्तेमाल किया।

शरबत की बिक्री में इजाफा नहीं

शरबत के डिस्ट्रीब्यूटर तनेजा डिपार्टमेंट के संचालक देसराज तनेजा ने बताया कि शरबत की बिक्री में कोई ज्यादा इजाफा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि लोग रात को दूध में डाल कर पीने वाले गुलाब, बादाम, ब्रह्मी, खसखस इत्यादि को ज्यादा खरीदते हैं क्योंकि बच्चे इसको खुश होकर पी लेते हैं।

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