सिविल अस्पताल को मिली सर्जन, पहले दिन ही पहुंची हड़ताल पर
सिविल अस्पताल को लंबे इंतजार के बाद सर्जन तो मिला लेकिन ज्वाइनिग के पहले ही दिन नई सर्जन हड़ताल पर रही। वहीं जिले के 72 सरकारी डाक्टरों की हड़ताल लगातार जारी है।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : सिविल अस्पताल को लंबे इंतजार के बाद सर्जन तो मिला लेकिन ज्वाइनिग के पहले ही दिन नई सर्जन हड़ताल पर रही। वहीं जिले के 72 सरकारी डाक्टरों की हड़ताल लगातार जारी है। डाक्टरों की हड़ताल में इमरजेंसी मरीजों का इलाज किया गया, जबकि ओपीडी में भी इमरजेंसी मरीजों को ही पर्ची दी गई व अन्य मरीज निराश लौट गए।
पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस (पीसीएमएस) के जिला फिरोजपुर के प्रधान जतिदर कोछड़ ने कहा कि बेशक सरकार के साथ एसोसिएशन की मीटिग का समय तय हुआ है लेकिन सरकार पीसीएमएस के नुमाइंदों की कितनी बात सुनती है और उनकी मांगों पर कितना ध्यान देती है, ये तो मीटिग के बाद ही पता चलेगा। डाक्टरों की नॉन प्रेक्टिस एलांउस (एनपीए) की मांग सबसे प्रमुख है। एनपीए 25 से 20 प्रतिशत होने से डाक्टर्स नाराज है। एसोसिएशन सरकारी अधिकारियों से मीटिग के बाद ही कोई फैसला लेंगी।
पिछले लंबे समय से सिविल अस्पताल में कोई सर्जन नहीं था, जिस कारण काम काफी प्रभावित हो रहा था। फिरोजपुर में सर्जन के न होने से ब्लैक फंगस के मामलों को भी दूसरे जिलों में रेफर करना पड़ा। बुधवार को महिला सर्जन ने सिविल अस्पताल में ड्यूटी तो ज्वाइन की लेकिन हड़ताल कारण वे काम नहीं कर सकी। ओपीडी बंद थी निराशा हाथ लगी
सिविल अस्पताल में जांच कराने आए कृपाल सिंह ने कहा कि ओपीडी बंद रहने कारण उनको पर्ची ही नहीं मिली। मेडिसन स्पेश्लिस्ट को दिखाना था, लेकिन कोई भी डाक्टर अपने कमरे में नहीं था। अब तो हड़ताल खत्म होने के बाद ही वे अस्पताल आएंगे।