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आज से चैत्र नवरात्र शुरू, मंदिरों में तैयारियां पूरी

मंगलवार से शुरू होने वाले चैत्र नवरात्र को लेकर शहर उत्साह का माहौल बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 04:34 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 04:34 PM (IST)
आज से चैत्र नवरात्र शुरू, मंदिरों में तैयारियां पूरी
आज से चैत्र नवरात्र शुरू, मंदिरों में तैयारियां पूरी

संवाद सहयोगी, फिरोजुपर :

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मंगलवार से शुरू होने वाले चैत्र नवरात्र को लेकर शहर भर में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पर्व के दौरान होने वाली शक्ति स्वरूपा देवियो की पूजा को लेकर सभी देवी मंदिरों में साज सज्जा व विद्युत रोशनी की तैयारी पूरी की गई है। भक्त बाजारों से नारियल, चुनरी, मिट्टी के कुंभ व माता रानी के श्रृंगार का समान खरीदते नजर आए। नवरात्र के पहले दिन हिदू नववर्ष विक्रम नवसंवत्सर 2078 का भी शुभारंभ होगा।

आज मंदिरों में पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होगी। यह देवी मनवांछित फल देने वाली हैं, सुबह मंत्रोच्चार के साथ सभी मंदिरों में आस्था की ज्योति जलनी प्रारंभ हो जाएगी। शहर के देवी द्वारा मंदिर व छावनी में श्री शीतला माता मंदिर में नवरात्रि को लेकर विशेष तैयारियां चल रही हैं। हर साल की तरह इस बार भी इन मंदिरों में आस्था के हजारों ज्योति जगमगाएंगी। नवरात्रि में प्रतिदिन यथा सामर्थ कम से कम एक कंजक का पूजन अवश्य करना चाहिए। इससे विशेष फल प्राप्त होता है। महंत अश्वनी कुमार ने बताया कि नवरात्रि के नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की परंपरा सनातन काल से चली आ रही है, इन नौ दिनों में पवित्रता और शुद्धि का विशेष ध्यान रखा जाता है. मान्यता है कि इन नियमों के विधि पूर्वक पालन और श्रद्धापूर्वक की गई पूजा से देवी दुर्गा की कृपा से साधकों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, इससे जीवन और घर में नकारात्मक उर्जा समाप्त होती है और सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। लौकिक मान्यताओं के अनुसार इस पूजा में साधकों और व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं, जिन्हें उनका ध्यान अवश्य रखना चाहिए।

उन्होंने बताया कि देवी मां को लाल रंग विशेष प्रिय है, जो कि ऊर्जा का प्रतीक है, यही कारण है कि मां की पूजन सामग्री से लेकर उनको चढ़ायी जाने वाली चुनरी भी लाल रंग की होती है। सनातन धर्म मंदिर के पुजारी सतीश कुमार के अनुसार दुर्गा दुर्गति नाशनी हैं। देवी को लाल चुनरी के साथ लाल सिंधूर, लाल चंदन, लाल गुड़हल का फूल चढ़ाने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।

चैत्र नवरात्र का आरंभ इस बार भी ऐसे समय में होने जा रहा है जब कोरोना एक बार फिर से अपना फन फैला रहा है और एक बार फिर से पूरी दुनिया में दहशत में है। पिछले साल भी चैत्र नवरात्र के समय भी बड़ी संख्या में लोग इससे प्रभावित हुए थे। इस बार भी चैत्र नवरात्र के समय में कोरोना का संकट एक बार फिर से गहरा गया है। ऐसे में लगता है कि अब मां दुर्गा का चमत्कार ही इस महामारी को खत्म कर सकता है। खुश हो जाने वाली बात यह है कि इस बार नवरात्र का आरंभ दो विशेष शुभ योग के बीच होने जा रहा है।


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