अटूट विश्वास से मिलता है ईष्ट व गुरुओं का आशीर्वाद : भालोठिया
कंधवाला रोड स्थित श्री दयाराम सेवा सदन के प्रांगण में भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव पर 301 सुंदरकांड पारायण यज्ञ करवाया।
जासं, अबोहर : कंधवाला रोड स्थित श्री दयाराम सेवा सदन के प्रांगण में भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव पर 301 सुंदरकांड पारायण यज्ञ करवाया। अंतरराष्ट्रीय श्रीराम शरणम् व श्री हनुमान सेवा समिति के संयुक्त आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पाठ किया। मुख्य सेवक मदनलाल भालोठिया के नेतृत्व में शकुंतला गिल्होत्रा, विशाल चारण, अंकुश धवन, रेणुका टंडन, अरूणा भालोठिया, गजल गुप्ता, रेखा चावला, बिट्टू चुघ ने भगवान श्रीराम व श्री हनुमान जी के भव्य दरबार में भजनों का गुणगान किया।
भालोठिया ने भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव की सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि श्रीराम शरणम् की ओर से भगवान वाल्मीकि द्वारा हजारों वर्ष पहले संस्कृत में रचित रामायण का सरल हिदी भाषा में पाठ किया जाता है। स्वामी सत्यानंद महाराज की ओर से अनुवादित रामायण का पारायण सदैव आनंद और आशीर्वाद देने वाला होता है। रामायण के सुंदरकांड का विशेष महत्व है। यह सभी कामनाओं को पूर्ण करने वाला तथा सभी संकटों व दु:खों का हरण करने वाला है। जिस प्रकार सीता माता के हरण के बाद श्रीराम, लक्ष्मण, वानर सेना व स्वयं सीता माता जी चितित होती हैं और लंका गढ़ में जाकर श्री हनुमान माताजी से भेंट कर सभी की निराशा को दूर करते हैं। उसी प्रकार अटूट आस्था से अपने ईष्टदेव और गुरुओं की सेवा-सिमरन करने से भरपूर आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगत कबीर दास, रहीम, सूरदास, तुलसीदास सहित अनेक महापुरुषों ने समाज को आडंबरों, वहमों-भ्रमों, कुरीतियों से दूर रहकर निष्काम भाव से परमपिता के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। ऐसे महापुरुषों के संदेश को जन-जनतक पंहुचाने के लिए श्री राम शरणम् समर्पित भाव से प्रयासरत है।