सखी वन स्टाप सेंटर में 727 केसों का हुआ निपटारा
सामाजिक सुरक्षा स्त्री और बाल विकास विभाग की ओर से सिविल अस्पताल फिरोजपुर में चलाया जा रहा सखी वन स्टाप सैंटर हिसा पीड़ित महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : सामाजिक सुरक्षा स्त्री और बाल विकास विभाग की ओर से सिविल अस्पताल फिरोजपुर में चलाया जा रहा सखी वन स्टाप सैंटर हिसा पीड़ित महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। जिला प्रोग्राम अफसर रतनदीप कौर संधू और सेंटर एडमिनिस्ट्रेटर ऋतु पलता ने बताया कि सैंटर का मुख्य उद्देश्य हिसा पीड़ित महिलाओं को इलाज, कानूनी सहायता और मानसिक राहत के लिए काउंसलिग प्रदान करना है।
उन्होंने बताया कि सैंटर में अब तक 750 केस आए हैं, जिनमें से 727 केसों में राजीनामे से दोनों पक्षों की काउंसलिग करके इनके आपसी गिले -शिकवे दूर कर घर टूटने से बचाए हैं, जो अब शांति के साथ अपनी जिदगी व्यतीत कर रहे हैं। कुछ मामले, जिनमें आपसी समझौतों की गुंजाइश नहीं होती, उनको जरूरत अनुसार पुलिस के पास या जिला कानूनी सेवाएं अथारटी के पास आगे की कार्रंवाई के लिए भेज दिया जाता है। उन्होंने बताया कि अब तक जिला कानूनी सेवाएं अथारटी को मुफ्त कानूनी सहायता मुहैया करवाने के लिए 21 केस भेजे गए हैं।
अधिकारियों ने ये भी बताया कि कि सखी वन स्टाप सैंटर में आने वाली पीड़ित महिला के लिए इमरजेंसी मेडिकल सुविधा, पुलिस मदद, गंभीर आरोपों के मामले में तत्काल तौर और पर्चा दर्ज करवाने की सुविधा भी दी जाती है। हिसा पीडि़त महिलाएं अपने बच्चों के साथ आर्जी तौर पर पांच दिनों के लिए इस सैंटर में आसरा भी ले सकती हैं। वन स्टाप सेंटर महिलाओं के लिए लाभदायक: घुबाया संवाद सूत्र, फाजिल्का : पंजाब सरकार के सामाजिक सुरक्षा, महिला व बाल विकास विभाग की ओर से शुरू की गई वन स्टाप सेंटर स्कीम जिले की महिलाओं के लिए लाभदायक साबित हो रही है। इस स्कीम के तहत पंजाब के 22 जिलों में वन स्टाप सैंटर स्थापित किए गए हैं। यह जानकारी फाजिल्का के विधायक दविद्र सिंह घुबाया ने दी।
इस मौके विधायक दविद्र सिंह घुबाया ने बताया कि यह वन स्टाप सेंटर सिविल अस्पताल फाजिल्का में प्राइवेट वार्ड नंबर 2 में अस्थायी तौर पर चल रहा है। वन स्टाप सेंटर की स्थायी इमारत का निर्माण किया जा रहा है जिसको जल्द ही एमआर कालेज, बार्डर रोड में बन रहे सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि महिलाओं के विरूद्ध होने वाली हिसा भले ही वह घर में हो या कार्य वाले स्थान पर, के खिलाफ एक छत नीचे डाक्टरी सहायता, पुलिस सहायता, मनोविज्ञान सलाह, कानूनी सहायता, शेल्टर होम व वीडियो कांफ्रेंस आदि की सहायता मुहैया करवाई जाती है। विधायक घुबाया ने बताया कि जिला फाजिल्का में अब तक कुल 182 केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 109 मामलों का निपटारा किया गया है, जबकि 70 मामलों को जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के पास भेजा गया है और तीन केस विचार अधीन हैं।