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पराली जलाने के 6568 मामले, केस महज एक

प्रशासन की ओर से अपील व जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी जिले में इस सीजन के दौरान 6568 जगह पर पराली जलाई जा चुकी है लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी खानापूर्ति करते हुए महज 30 हजार का जुर्माना वसूल किया है और 950 किसानों की जमीन की रेड एंट्री की गई है । प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी रेड एंट्री का पराली जलाने वाले किसानों को डरावा तो देते है लेकिन किसान लापरवाह होकर पराली को जलाते रहे। हालांकि केंद्र सरकार ने जुर्माने व सजा का प्रावधान काफी बढ़ा रखा है लेकिन राज्य सरकार की ढील के चलते ही किसान बेपरवाह होकर वातावरण को प्रदूषित करते रहे । उधर जिले में मात्र एक ही किसान के खिलाफ पुलिस ने पराली जलाने पर मामला दर्ज किया है। एक मात्र पर्चा भी फाजिल्का की सेशन जज के पराली के धुएं से कारण हुए हुए हादसे के कारण ही थाना जीरा सदर पुलिस ने दर्ज किया है जबकि जितने मामले में पराली जलाने के सामने आए हैं

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 06:58 AM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 06:58 AM (IST)
पराली जलाने के 6568 मामले, केस महज एक
पराली जलाने के 6568 मामले, केस महज एक

दर्शन सिंह, फिरोजपुर : प्रशासन की ओर से अपील व जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी जिले में इस सीजन के दौरान 6568 जगह पर पराली जलाई जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी खानापूर्ति करते हुए महज 30 हजार का जुर्माना वसूल किया है और 950 किसानों की जमीन की रेड एंट्री की गई है ।

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प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी रेड एंट्री का पराली जलाने वाले किसानों को डरावा तो देते है, लेकिन किसान लापरवाह होकर पराली को जलाते रहे। हालांकि केंद्र सरकार ने जुर्माने व सजा का प्रावधान काफी बढ़ा रखा है, लेकिन राज्य सरकार की ढील के चलते ही किसान बेपरवाह होकर वातावरण को प्रदूषित करते रहे ।

उधर, जिले में मात्र एक ही किसान के खिलाफ पुलिस ने पराली जलाने पर मामला दर्ज किया है। एक मात्र पर्चा भी फाजिल्का की सेशन जज के पराली के धुएं से कारण हुए हुए हादसे के कारण ही थाना जीरा सदर पुलिस ने दर्ज किया है, जबकि जितने मामले में पराली जलाने के सामने आए हैं उस हिसाब से ये कार्रवाई मात्र दिखावे व धौंस के कारण ही दर्ज की गई ।

बाक्स

क्या है रेड एंट्री

जहां पराली जलती है उस जगह की रेड एंट्री कर दी जाती है। रेड एंट्री रेविन्यू विभाग के रिकार्ड में दर्ज रहती है और पराली जलाने वाले किसान को किसी भी किसी भी तरह की सरकारी सुविधा का लाभ नहीं मिलता। बाक्स

पिछले साल 160 किसानों पर हुआ था केस

पिछले साल 160 किसानों के खिलाफ 13 नवंबर तक 55 के करीब मुकदमें दर्ज किए थे। 27 लोगों के चालान किए गए थे और 8 लाख रुपये जुर्माना भी किया गया था। इस लिहाज से पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन की कार्रवाई इस साल ढीली रही । डीसी बोले, जागरूकता का नहीं हो रहा असर

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि धान के सीजन से पहले जिले के विभिन्न हिस्सों के किसानों के पराली जलाने के बजाय उसे जमीन में मिलाने के लिए जागरूक किया गया.लेकिन उनकी जागरूकता का असर किसानों पर नही दिखा और वे पराली को जलाते रहे ।


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