पराली जलाने के 6568 मामले, केस महज एक

प्रशासन की ओर से अपील व जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी जिले में इस सीजन के दौरान 6568 जगह पर पराली जलाई जा चुकी है लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी खानापूर्ति करते हुए महज 30 हजार का जुर्माना वसूल किया है और 950 किसानों की जमीन की रेड एंट्री की गई है । प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी रेड एंट्री का पराली जलाने वाले किसानों को डरावा तो देते है लेकिन किसान लापरवाह होकर पराली को जलाते रहे। हालांकि केंद्र सरकार ने जुर्माने व सजा का प्रावधान काफी बढ़ा रखा है लेकिन राज्य सरकार की ढील के चलते ही किसान बेपरवाह होकर वातावरण को प्रदूषित करते रहे । उधर जिले में मात्र एक ही किसान के खिलाफ पुलिस ने पराली जलाने पर मामला दर्ज किया है। एक मात्र पर्चा भी फाजिल्का की सेशन जज के पराली के धुएं से कारण हुए हुए हादसे के कारण ही थाना जीरा सदर पुलिस ने दर्ज किया है जबकि जितने मामले में पराली जलाने के सामने आए हैं