Move to Jagran APP

'चलती रहे यह जिंदगी' का प्रभाव, दो अस्पतालों में लगे सूचना बोर्ड यहां व्हीलचेयर उपलब्ध

जिस उद्देश्य के लिए दैनिक जागरण द्वारा व्हीलचेयर को लेकर अभियान चलाया गया वह वीरवार को पूर्ण होता नजर आया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Feb 2020 11:45 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 06:10 AM (IST)
'चलती रहे यह जिंदगी' का प्रभाव, दो अस्पतालों में लगे सूचना बोर्ड यहां व्हीलचेयर उपलब्ध
'चलती रहे यह जिंदगी' का प्रभाव, दो अस्पतालों में लगे सूचना बोर्ड यहां व्हीलचेयर उपलब्ध

मोहित गिल्होत्रा/रवि वाट्स, फाजिल्का : दिव्यांग और बुजुर्गो की समस्या को लेकर दैनिक जागरण लगातार अभियान चला रहा है। अब तक सोये सरकारी प्रशासन की नींद खुल गई है। वीरवार को जलालाबाद व फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में ओपीडी के पास व्हीलचेयर नजर आई। फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में वार्ड के निकट दो व्हीलचेयर पड़ी हुई थीं, जबकि एक व्हीलचेयर का प्रयोग एक व्यक्ति कर रहा था। वहीं, जलालाबाद के पर्ची काउंटर पर एक सूचना बोर्ड लगाया गया है कि यहां व्हीलचेयर उपलब्ध है।

loksabha election banner

छह फरवरी से शुरू हुआ अभियान

दैनिक जागरण ने छह फरवरी को 'चलती रहे यह जिदगी' अभियान शुरू किया था। छह फरवरी को फाजिल्का व सात फरवरी को जलालाबाद के सरकारी अस्पताल का दौरा किया गया। इस दौरान अस्पताल की ओपीडी में बुजुर्ग व दिव्यांग व्हीलचेयर के बारे में पता ना होने के चलते परेशान दिखाई दिए और मुश्किल से डॉक्टरों के पास पहुंच रहे थे। अभियान के दोनों दिन लोगों में व्हीलचेयर को लेकर जागरूकता की कमी की बात सामने आई। वहीं, अस्पतालों में ओपीडी के अंदर व्हीलचेयर ना होने की बात सामने आई। समाचार प्रकाशित होने के बाद जलालाबाद के सरकारी अस्पताल में ओपीडी केंद्र पर दो व्हीलचेयर लगाई गई, जबकि इमरजेंसी व अन्य वार्डो में भी व्हील चेयर का प्रबंध किया गया।

व्हीलचेयर के लिए कर्मचारी भी किया जाए तैनात

शहर निवासी राम असरा ने बताया कि कुछ दिन पहले ही वह गिर गया था। उसे पीठ में चोट आई थी। अस्पताल में वह अपने रिश्तेदारों के साथ पहुंचा। उन्होंने सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी बोर्ड से व्हीलचेयर ली और उसे डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे। वहीं जलालाबाद के सरकारी अस्पताल में पहुंचे दिव्यांग सतनाम सिंह ने कहा कि व्हीलचेयर का प्रयोग तभी संभव है, जब व्हीलचेयर मरीजों की आंखों के समक्ष उपलब्ध हो। यहां व्हीलचेयर होने के चलते उसने व्हीलचेयर का प्रयोग किया है। अगर व्हीलचेयर के लिए कर्मचारी तैनात हो जाए, तो जरूरतमंद व्हीलचेयर का प्रयोग कर सकेंगे।

मरीजों को उपलब्ध करवाई जा रही व्हील चेयर: एसएमओ

सरकारी अस्पताल फाजिल्का के एसएमओ डॉ. सुधीर पाठक ने कहा कि अस्पताल में बुजुर्ग व दिव्यांग मरीजों के लिए आठ व्हीलचेयर उपलब्ध हैं। इनमें एक चेयर ओपीडी, दो सिटी स्कैन, दो इमरजेंसी, एक लैबोरेटरी, एक डायलेसिस, एक ऑपरेशन थियेटर के बाहर है। व्हीलचेयर की जानकारी के लिए सूचना बोर्ड अस्पताल में लगाए दिए हैं। वहीं, जलालाबाद के एसएमओ हरदेव सिंह ने कहा कि अस्पताल में मरीजों को किसी तरह की मुश्किल नहीं आने दी जा रही। वह जल्द ही आने वाले दिनों में ओर व्हीलचेयर का प्रबंध करवाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.