चुनावी रैलियों व जनसभाओं पर रोक लगाने का किया स्वागत
कोरोना के चलते चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव में चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाने की लोगों ने सराहना की है
संवाद सूत्र, फाजिल्का : कोरोना के चलते चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव में चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाने की लोगों ने सराहना की है। लोगों का कहना है कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चुनाव में भीड़ को एकत्रित करने से रोकना जरूरी है। चुनाव आयोग की ओर से पाबंदियां 22 जनवरी तक बढ़ाकर सराहनीय फैसला लिया गया है। उनका कहना है कि इस रोक को आगे भी जारी रखा जाए। अगर छूट दी भी जानी चाहिए तो कोरोना नियमों के अनुसार दी जाए।
गाइडलाइंस का पालन करें प्रत्याशी
चुनाव आयोग का कोरोना को लेकर चुनावी जनसभाओं व रैलियों पर लगाया गया प्रतिबंध सही है। इससे जो लोग कोरोना को हलके में ले रहे थे वह भी अब कोरोना नियमों की पालना करने लगे हैं। प्रत्याशी भी करें गाइडलाइंस का पालन।
-रंजीव दहूजा, जलालाबाद
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लिया सही फैसला
चुनाव आयोग के चुनावी रैलियों व जनसभावाओं को रोक लगाकर अच्छा काम किया है। कोरोना संक्रमण एक से दूसरे तक तेजी के साथ फैलता है। इसलिए इस पर रोक लगाने के लिए चुनाव आयोग का यह कदम सही है। इससे कोरोना चेन को तोड़ा जा सकता है। -एडवोकेट गौरव छाबड़ा, जलालाबाद रैलियों से बढ़ेगा तेजी से संक्रमण जनसभाओं, बाइक रैलियों पर लगाई गई रोक चुनाव आयोग का सही कदम है। कोरोना काफी तेजी के साथ फैल रहा है और कोरोना संक्रमितों का ग्राफ कम होने की बजाए बढ़ रहा है। ऐसे में अगर रैलियों और जनसभाओं की छूट मिली तो एक से दूसरे तक कोरोना तेजी के साथ फैलेगा। --अंजू मनन, अबोहर
आयोग ने उठाया जरूरी कदम
चुनाव आयोग की ओर से कोरोना महामारी के मद्देनजर उठाया गया कदम सही है, जिससे काफी हद तक कोरोना को रोका जा सकता है। रैलियों व वाहनों पर प्रचार के दौरान लोगों की भारी भीड़ एकत्रित होती है। ऐसे में कोरोना महामारी के मामले एक से दूसरी तक तेजी के साथ फैलते हैं।
-नरेश मित्तल, फाजिल्का