किसानों ने हाईवे पर दिए धरने
कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर किसान संगठनों ने अलग अलग जगहों पर धरना लगाकर रोड जाम किया। शहर में बाजारों के अलावा चाय के खोखे सब्जी व फ्रूट की रेहड़ियां व खाने पीने की रेहड़ियां भी बंद रही।
संवाद सहयोगी, अबोहर : कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर किसान संगठनों ने अलग अलग जगहों पर धरना लगाकर रोड जाम किया। शहर में बाजारों के अलावा चाय के खोखे, सब्जी व फ्रूट की रेहड़ियां व खाने पीने की रेहड़ियां भी बंद रही। यहां तक कि रेल गाड़ियों व बसों के पहिए भी पूरी तरह से सुबह से लेकर शाम तक जाम रहे। शुक्रवार को सुबह श्रीगांगनर से चलकर हरिद्वार व दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस यहां से रवाना तो हो गई लेकिन बठिडा में जाकर रुकी रही, जिस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
वहीं बंद में मेडिकल स्टोर संचालकों ने अपना समर्थन देते हुए दोपहर तक मेडिकल स्टोर बंद रखे। शाम 6 बजे के बाद बाजार खुले व बाजारों में चहल पहल भी नजर आई।
बैंक खुले लेकिन रहे खाली
बंद के दौरान सरकारी व प्राइवेट बैंक खुले रहे लेकिन अधिकतर बैंक खाली ही दिखे। बंद के कारण लोगों को बैंक खुलने का पता भी नहीं था व बंद के कारण बाहर से लोग भी कम आए दूसरा दुकाने बंद होने के कारण दुकानदारों व आढ़तियों ने बैंक का कामकाज भी नहीं किया। किसानों ने बंद करवाए सरकारी दफ्तर व बैंक, जाम में फंसे वाहन जागरण टीम, फिरोजपुर : किसानों ने बंद को सफल बनाने के लिए जिले भर में किसान जत्थेबंदियों ने बाजारों और निजी संस्थानों के अलावा सरकारी आफिस और बैंक तक बंद करवा दिए। बंद के दौरान पहला अवसर था जब किसानों ने शहर के अंदरूनी इलाकों के व्यस्त चौक चौराहों पर जाम लगाया। किसानों ने प्रदर्शन करते हुए किसी राहगीर को निकलने नहीं दिया। किसानों की ओर से फिरोजपुर शहर, कैंट, गुरुहरसहाय, जीरा, मक्खू, ममदोट, मुदकी, तलवंडी भाई में सड़कों पर धरने दिए गए , जबकि जिले में तीस जगह पर किसानों ने रोष प्रदर्शन किया। जिले में शुक्रवरा को बस सर्विस, सब्जी मंडी, करियाना स्टोर, गैस एजेंसी, पैट्रोल पंप बंद रहने के कारण लोग भी कम ही सड़कों पर नजर आए ।