Move to Jagran APP

स्वामी विरजानंद की पुण्यतिथि पर करवाया वेबिनार

डीएवी शिक्षा महाविद्यालय में स्वामी विरजानंद जी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया जिस का विषय रहा स्वामी विरजानंद एवं आर्य समाज में उनका योगदान।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 04:27 PM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 05:51 PM (IST)
स्वामी विरजानंद की पुण्यतिथि पर करवाया वेबिनार
स्वामी विरजानंद की पुण्यतिथि पर करवाया वेबिनार

संवाद सहयोगी, अबोहर : डीएवी शिक्षा महाविद्यालय में स्वामी विरजानंद जी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया, जिस का विषय रहा ''स्वामी विरजानंद एवं आर्य समाज में उनका योगदान। प्रिसिपल डॉ. उर्मिल सेठी ने बताया कि वेबीनार के मुख्य वक्ता डॉ. सुशील वर्मा वैदिक प्रवक्ता, आर्य समाज फाजिल्का थे।

prime article banner

डॉ. सुशील वर्मा ने स्वामी विरजानंद के जीवन दर्शन, सिद्धांत एवं आदर्शों के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि स्वामी विरजानंद जी सन्यासी के रूप में जगह -जगह आर्य धर्म का प्रचार करने के लिए जाते थे। कोलकाता में उन्होंने छह दर्शन का अध्ययन किया और वे फारसी के विद्वान बने। न्होंने समस्त साधनों के अभाव में भी वेदों का प्रचार करना, वेद अनुकूल ग्रंथों का अनुसरण करना एवं अंधविश्वासों को दूर करने के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया क्योंकि उनका विश्वास था कि वेद संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए होते हैं। मुख्य वक्ता ने बताया कि भारतीय संस्कृति व सभ्यता को जीवंत रखने के लिए हम सभी को वेदों का अध्ययन करना चाहिए। छात्रा अंजू बाला ने अपनी मधुर वाणी में आर्य समाज से संबंधित भजन गाया। बीएड. छात्रा विरोनिका ने हिदी भाषा के महत्व पर एक कविता का उच्चारण किया। प्रिसिपल आर्य युवा समाज की संयोजिका डॉ सुनीता छाबड़ा, डॉक्टर गुरप्रीत कौर व वरिदर राणा का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन इंचार्ज अर्शदीप ने किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.