बांसल काटन फैक्ट्री में दूसरी दिन सुलगता रहा धुआं
अबोहर में बांसल काटन फेक्ट्री में रविवार सुबह पटाखे की चिंगारी से लगी आग की सुलगाहट अभी भी जारी है व फायर बिग्रेड कर्मी सुलगाहट को खत्म करने के प्रयास में लगे हुए हैं।
संवाद सहयोगी, अबोहर : अबोहर में बांसल काटन फेक्ट्री में रविवार सुबह पटाखे की चिंगारी से लगी आग की सुलगाहट अभी भी जारी है व फायर बिग्रेड कर्मी सुलगाहट को खत्म करने के प्रयास में लगे हुए हैं। उधर फैक्ट्री संचालक नरेशपाल बांसल ने बताया कि आग से 2500 नरमे की गांठ के अलावा 1600 क्विटल से अधिक नरमा जल चुका है।
उन्होंने बताया कि आग के समय करीब पांच हजार के करीब नरमे की गांठ पड़ी थी, जिसमें से शेष नरमे की गांठ को सुरक्षित बचा लिया गया है। बांसल ने बताया कि आग से करीब साढे़ पांच करोड़ के नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि यह गांठें सीसीआइ की थी। सीसीआइ की ओर से जो नरमे की खरीद की जा रही है उसकी यहां गांठें तैयार की जा रही थी। नरमे को लगी आग बड़ी खतरनाक होती है व अभी तक भी आग की सुलगाहट जारी है। सीसीआई के अधिकारी राजीव शर्मा से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल स्विच आफ आ रहा था।
रविवार अल सुबह पुरानी फाजिल्का रोड स्थित बांसल काटन फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई थी। आग लगने का कारण पटाखों की चिगारी को बताया गया है। आग इतनी भयंकर थी कि अबोहर के अलावा फाजिल्का, मलोट की फायर बिग्रेड व कर्मियों ने करीब छह घंटे की कड़ी के मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने में सफलता हासिल की थी। नरमे में आग लगने से आसपास के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा व उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। आग की दुर्गंध अभी भी महसूस की जा रही है।