सादकी चौकी पर हुआ योग, पाक खेमा रहा सूना
अमृत सचदेवा, फाजिल्का : जब बात भारत के जलवे की हो रही हो, तो पाकिस्तान कैसे खुश हो सकता
अमृत सचदेवा, फाजिल्का : जब बात भारत के जलवे की हो रही हो, तो पाकिस्तान कैसे खुश हो सकता है। भारत से निकलकर पूरे विश्व में फैल चुके भारत के योग के जादू के मामले में भी पाकिस्तान से खुशी की उम्मीद नहीं की जा सकती। इस बात का प्रमाण लगातार दूसरे साल पाकिस्तानी सेना ने दिया है। अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक सीमा की सादकी चौकी जहां एक तरफ खुशी व उल्लास का माहौल तो दूसरी तरफ सूनापन, यह सूनापन था पाकिस्तानी खेमे में जहां चंद लोग ही मौजूद थे जो गवाह बन रहे थे पूरी दुनिया में बज रहे भारतीय योग विद्या के डंके के।
बता दें कि भारत के योग का जादू भले ही इक्का दुक्का देशों को छोड़कर पूरी दुनिया के देशों पर चल रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस का आयोजन होने लगा है। लेकिन पाकिस्तान ने इस दिवस को मनाने में कोई विशेष उत्साह नहीं दिखाया। ऐसा लगता है जैसे पाकिस्तान भारत के साथ चलने को कतई तैयार नहीं है। भारत-पाक सरहद की सादकी चौकी पर बीएसएफ की ओर से आयोजित योग कार्यक्रम की घोषणा के साथ जैसे लग रहा था कि पाकिस्तान भी भारत की इस अदभुत योग कला का समर्थन करते हुए अपने पैवेलियन में योग कार्यक्रम का आयोजन करेगा, वैसा नहीं हुआ। पाक खेमे में भारतीय योग कार्यक्रम के दौरान सूनापन छाया रहा।
हालांकि पाकिस्तान ने सीधे तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जा रहे योग कार्यक्रम का विरोध नहीं किया है लेकिन सांझे तौर पर मनाए जाने वाले कार्यक्रम में भागीदारी न दिखाकर पाकिस्तान ने इस भारतीय कला की अनदेखी की है। कार्यक्रम में कमांडेंट एमपी ¨सह भी शामिल हुए और योगासन किए। उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने हर्षोल्लास से योग दिवस मनाया है। तार पार क्यों नहीं मनाया गया, ये उनकी मर्जी पर निर्भर था।