सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक पुलिस रही तैनात
सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छात्रपति हत्या मामले में वीरवार को पंचकूला की अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम को उम्रकैद की सजाई। इसके चलते डेरा अनुयायियों के चेहरों पर तो गमी छा गई, लेकिन पुलिस के कड़े इंतजाम के चलते फाजिल्का में किसी भी तरह की कोई हलचल नहीं की गई।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का:
सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छात्रपति हत्या मामले में वीरवार को पंचकूला की अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम को उम्रकैद की सजाई। इसके चलते डेरा अनुयायियों के चेहरों पर तो गर्मी छा गई, लेकिन पुलिस के कड़े इंतजाम के चलते फाजिल्का में किसी भी तरह की कोई हलचल नहीं की गई। वहीं पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए गए। सुबह सात बजे से लेकर वीरवार देर सायं तक पुलिस कर्मचारी विभिन्न चौकों पर तैनात रहे और वायरलेस के जरिए पल-पल की जानकारी पुलिस अधिकारियों को देते रहे। बता दें कि 11 जनवरी को अदालत ने गुरमीत राम रहीम को हत्याकांड मामले में दोषी करार दे दिया था, तब भी भारी संख्या में शहर में पुलिस बल तैनात किया गया था। उस वक्त भी डेरा अनुयायियों ने किसी भी प्रकार की हलचल नहीं की थी, लेकिन पुलिस ने सजा वाले दिन को खास लेते हुए सजा सुनाने के एक दिन पहले ही बुधवार को शहर की विभिन्न जगहों पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। वीरवार को फाजिल्का के शास्त्री चौक, गौशाला रोड, संजीव सिनेमा चौक, एफएफ रोड पर राधा स्वामी सत्संग घर, शाह पैलेस के अलावा सार्वजनिक जगह स्थल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, कोर्ट परिसर, स्कूलों, जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स के बाहर चार से लेकर छह कर्मचारियों की तैनाती की गई। कोर्ट द्वारा साढ़े तीन के बाद सजा का ऐलान किया गया, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों की गाड़ियां सजा सुनाए जाने के बाद शहर में दौड़ती नजर आई। देर शाम तक फाजिल्का में माहौल समान्य था। वहीं देर शाम तक विभिन्न चौकों पर पुलिस की तैनाती सुबह की तरह ही थी।