जलालाबाद में बरसे बादल, फाजिल्का के किसान फिर तरसे
सावन माह की शुरूआत से ही पंजाब में मौसम परिवर्तित होना शुरू हो गया है। इसके तहत पंजाब के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार सुबह से लेकर दोपहर तक बारिश हुई। जिले की तहसील जलालाबाद और आसपास के क्षेत्र में बारिश होने के कारण जहां किसानों के चेहरे खिले नजर आए। वहीं आधे घंटे की बारिश से गलियों में भरे पानी ने लोगों को काफी परेशान किया।
जागरण टीम, फाजिल्का : सावन माह की शुरूआत से ही पंजाब में मौसम परिवर्तित होना शुरू हो गया है। इसके तहत पंजाब के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार सुबह से लेकर दोपहर तक बारिश हुई। जिले की तहसील जलालाबाद और आसपास के क्षेत्र में बारिश होने के कारण जहां किसानों के चेहरे खिले नजर आए। वहीं आधे घंटे की बारिश से गलियों में भरे पानी ने लोगों को काफी परेशान किया। इसके अलावा एक बार फिर से फाजिल्का से बादल बिन बरसे ही चले गए, जिस कारण किसान बारिश की कामना को लेकर तरसते नजर आए।
भीषण गर्मी की बात करें तो एक सप्ताह पहले हुई बारिश के बाद से ही सूरज लगातार आग उगल रहा था। इसका असर साफ तौर पर आम जिदगी पर देखने को मिला। जहां भीषण गर्मी के कारण लोग बाजारों में आने की बजाए घरों में दूबके रहे और दुकानदारी प्रभावित रही। वहीं किसान भी लगातार पड़ रही भीष्ण गर्मी से फसलों को सूखने से बचाने के लिए महंगा डीजल लाकर पानी देने के लिए मजबूर हो रहे थे।
मंगलवार को आसमां पर छाई घटा से एक बार के लिए ऐसा लगा की आज फाजिल्का में काफी तेज बारिश होगी। लेकिन आधे घंटे की तेज हवाओं के बाद बादल बिन बरसे ही फाजिल्का से चले गए। जबकि जलालाबाद शहर व गांवों में बारिश से मौसम काफी सुहावना हो गया। जो तापमान पिछले कुछ दिनों से 39 डिग्री था वह बारिश और तेज हवाओं के चलते 34 डिग्री पर आ गया। इस कारण लोगों को आसमां में छाए बादलों से राहत मिली। जबकि राहत के साथ यह बारिश आफत भी लेकर आई। जलालाबाद में करीब आधे घंटे की बारिश से कई गलियों में बारिश का पानी जमा हो गया। शहर के दशमेश नगर, बाग कालोनी, मुक्तसर साहिब अड्डा रोड, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के निकट बारिश का पानी सड़कों पर जमा होने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर तो वाहन पानी में बंद हो गए। उधर फाजिल्का के गांव नवां मुंबेकी के किसान सतनाम सिंह, दर्शन सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पानी पर्याप्त मात्रा में ना मिलने के कारण बारिश की काफी उम्मीद थी। लेकिन मंगलवार को छाई काली घटा के बावजूद बादल बिन बरसे ही निकल गए।