फार्मासिस्टों ने कहा, बैठकें कर टाइमपास कर रही सरकार
फार्मासिस्टों व दर्जा चार कर्मचारियों का पंजाब भर में जिला स्तर पर चल रहा धरना 56वें दिन में शामिल हो गया। जिला परिषद फाजिल्का में एकत्रित हुए फार्मासिस्टों और दर्जा चार मुलाजिमों के धरने के दौरान जिला प्रधान आशीष कुमार ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर पंचायत मंत्री द्वारा लगभग 2 महीने से सिर्फ बहाने लगाए जा रहे हैं।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : फार्मासिस्टों व दर्जा चार कर्मचारियों का पंजाब भर में जिला स्तर पर चल रहा धरना 56वें दिन में शामिल हो गया। जिला परिषद फाजिल्का में एकत्रित हुए फार्मासिस्टों और दर्जा चार मुलाजिमों के धरने के दौरान जिला प्रधान आशीष कुमार ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर पंचायत मंत्री द्वारा लगभग 2 महीने से सिर्फ बहाने लगाए जा रहे हैं। हड़ताली कर्मचारी लगातर समूह पंजाब में जिला हेडक्वार्टरों पर कोविड ड्यूटियां और 1186 ग्रामीण स्वास्थ्य डिस्पेंसरियों में ड्यूटियां का मुकम्मल बायकाट करके पिछले दो महीनों से धरने पर चल रहे हैं। उनका कहना है कि फार्मासिस्टों की कोई जोब सिक्योरिटी नहीं है और न ही उनके योग्य वेतन दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट केवल 10000 रुपये और दर्जा चार कर्मी केवल 4500 महीना वेतन पर पिछले लगभग 15 सालों से सेवाएं दे रहे हैं। समूह फार्मासिस्ट अपनी शैक्षिणक योग्यता सहित रेगुलर होने के लिए जरूरी शर्तों को पूरी करते हैं और पंचायत विभाग के तहत रिक्त पड़ीं 1186 पोस्टों पर काम कर रहे हैं। सरकार द्वारा उनको अभी तक रेगुलर नहीं किया गया। पिछले दिनों पंचायत मंत्री तृप्त बाजवा द्वारा 11 अगस्त को शिष्टमंडल के साथ पंजाब भवन चंडीगढ़ में हुई पैनल मीटिग में कोई नतीजा न निकलने कारण कर्मचारियों में रोष और बढ़ चुका है। हालाकि मंत्री द्वारा सब कैबिनेट कमेटी के साथ होने वाली बैठक के दौरान सेवाएं रेगुलर करने और वेतन में योग्य विस्तार किए जाने का भरोसा दिया गया था। लेकिन वह बैठक मुल्तवी कर दी गई। जिससे सरकार द्वारा कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की प्रक्रिया टालमटोल सिद्ध हो रही है। इस मौके आशीष शर्मा, चाकर सिंह, गुरदीप सिंह, मदन लाल, रवि प्रकाश, कर्मबीर सिंह, सुभाष चंद्र व अन्य उपस्थित रहे।