दिल्ली से फाजिल्का के लिए रवाना हुए किसान, आज होगा स्वागत
दिल्ली में पिछले एक साल से चल रहा किसानों का धरना आखिरकार शनिवार को समाप्त हो गया। जिसके चलते देश के विभिन्न हिस्सों से इस किसानी संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए गए किसान अब धीरे धीरे करके लौटने लगे हैं।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : दिल्ली में पिछले एक साल से चल रहा किसानों का धरना आखिरकार शनिवार को समाप्त हो गया। जिसके चलते देश के विभिन्न हिस्सों से इस किसानी संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए गए किसान अब धीरे धीरे करके लौटने लगे हैं। फाजिल्का के लिए भी किसानों का एक शिष्टमंडल दिल्ली से रवाना हो चुका है। जिसका फाजिल्का में पहुंचने पर भव्य स्वागत करने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसको लेकर गांव सलेमशाह में विशेष तैयारी की जा रही है, जहां बनाए जा रहे मिष्ठान का लंगर आज टोल प्लाजा पर लगाया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे।
इस मौके गांव सलेमशाह के किसानों ने बताया कि किसान विरोधी बिलों के रद्द होने के चलते किसानों की घर वापसी को लेकर पूरे गांव के सहयोग से देसी घी से संबंधित मिष्ठान बनाए जा रहे हैं। जिसके तहत टोल प्लाजा थेहकलंदर पर देसी घी से बने मिष्ठान का लंगर लगाया जाएगा और किसानों पर फूलों की वर्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन जब से शुरू हुआ है, तब से ही गांव सलेमशाह के किसान इस अंदोलन में बारी बारी के साथ दिल्ली बार्डर पर संघर्ष में जाते रहे हैं। भले ही वहां कोरोना काल था या बारिश, अंधेरी। वहां नौजवान, महिलाओं व बुजुर्गो ने योगदान देते हुए समर्पित भावना से भाग लिया। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन डकोंदा के जिलाध्यक्ष हरीश नड्डा व सुभाष चंद्र के नेतृत्व में किसान लगातार संघर्षों में भाग लेते रहे हैं। इसलिए किसानों को एकत्रित करने का श्रेय इन पर जाता है।