अपहरण के आरोपित को पकड़ने गई पुलिस पर हमला, वर्दी फाड़ी
18 दिन पहले गांव लक्खे के उताड़ में एक पिता-पुत्र को अगवा करके मारपीट करने व उन्हें जान से मारकर नहर में फेंकने की धमकियां देने के मामले में पुलिस एक आरोपित की गिरफ्तारी के लिए गांव लक्खेके उताड़ में और जैसे ही पुलिस आरोपित बलविद्र सिंह को ले जाने लगी तो घर में मौजूद पारिवारिक सदस्यों व आस पड़ोस के चार लोगों ने पुलिस से हाथापाई शुरू कर दी और एक मुलाजिम की वर्दी फाड़ दी।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : 18 दिन पहले गांव लक्खे के उताड़ में एक पिता-पुत्र को अगवा करके मारपीट करने व उन्हें जान से मारकर नहर में फेंकने की धमकियां देने के मामले में पुलिस एक आरोपित की गिरफ्तारी के लिए गांव लक्खेके उताड़ में और जैसे ही पुलिस आरोपित बलविद्र सिंह को ले जाने लगी, तो घर में मौजूद पारिवारिक सदस्यों व आस पड़ोस के चार लोगों ने पुलिस से हाथापाई शुरू कर दी और एक मुलाजिम की वर्दी फाड़ दी। किसी तरह पुलिस ने वहां से आकर अपनी जान बचाई।
एएसआइ लखविद्र सिंह ने बताया कि 28 अगस्त को गांव लक्खेके उताड़ के रहने वाले सुनील कुमार की शिकायत पर उसे व उसके पिता को अगवा करने का मामला सदर थाना पुलिस ने दर्ज किया गया था, जिसमें 12 लोग नामजद किए गए थे। इनमें गांव लक्खे के उताड़ निवासी बलविद्र सिंह भी शामिल था। उन्हें सूचना मिली कि बलविद्र सिंह अभी अपने घर पर ही है। जिस पर उन्होंने तीन पुलिस कर्मियों सहित बलविद्र सिंह के घर रेड की तो वह अपने घर में मिला। पुलिस आरोपित को हिरासत में लेकर ले जाने लगी तो बलविद्र सिंह के पिता करतार सिंह, माता मिदो बाई, सुखविद्र कौर व तीन चार अज्ञात लोगों ने उनसे झगड़ा करना शुरू कर दी। इतने में एक महिला ने एक पुलिस कर्मी की वर्दी को खींचा, जिससे वर्दी के कई बटन टूट गए। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने उनसे मारपीट करनी शुरू कर दी। इतने में बलविद्र सिंह मौका देखकर पुलिस की हिरासत से फरार हो गए। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित होते देख वह वहां से आ गए, जबकि उक्त लोगों आरोपित को भगाकर पुलिस की डयूटी में विघन डाला और पुलिस कर्मियों पर हमला किया। पुलिस ने उक्त आरोपितों के खिलाफ धारा 353, 186, 224, 225, 148, 149 के तहत पर्चा दर्ज कर लिया है। ---- यह है पुराना मामला
28 अगस्त को पुलिस को दिए ब्यान में गांव लक्खेके उताड़ के रहने वाले सुनील सिंह ने बताया कि वह और उसका पिता गांव चक्क पुन्ना वाला से अपने घर गांव लक्खे के उताड़ लौट रहे थे तो रास्ते में बलविंद्र सिंह व 11 अन्य लोगों ने उनके मोटर साइकिल में कार से टक्कर मारकर रोक लिया और तेजधार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। इस दौरान विकास कुमार ने हवाई फायर भी किए और धमकियां दी, जिसके बाद उक्त लोगों ने उसे व उसके पिता के के हाथ पैर बांधकर कार में फेंक लिया और बेहोशी की हालत में लाधुका की अनाज मंडी में ले आए, जहां उन्होंने शोर मचाया तो उनसे फिर मारपीट की गई। इस दौरान वहां लोग एकत्रित हो गए। उसके ताया मिल्खा सिंह नेउन्हें फाजिल्का के अस्पताल में भर्ती करवाया।