सरकारी स्कूलों में पेरेंट्स मीट आज
शिक्षा बारे सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के अभिभावकों को जानकारी देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से 26 से 28 नवंबर तक अभिभावक-अध्यापक मिलनी आयोजित की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी डा. सुखवीर सिंह बल व उप जिला शिक्षा अधिकारी ब्रिज मोहन सिंह बेदी ने बताया कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा दी जा रही है
संवाद सूत्र, फाजिल्का : शिक्षा बारे सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के अभिभावकों को जानकारी देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से 26 से 28 नवंबर तक अभिभावक-अध्यापक मिलनी आयोजित की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी डा. सुखवीर सिंह बल व उप जिला शिक्षा अधिकारी ब्रिज मोहन सिंह बेदी ने बताया कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा दी जा रही है, जिसके मूल्यांकन के लिए 11 नवंबर से पंजाब प्राप्ति सर्वेक्षण शुरू किया गया था, जिसमें विद्यार्थियों ने बहुत उत्साह के साथ हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि इस सर्वेक्षण के नतीजों का मूल्यांकन करके बच्चों के अभिभावकों के साथ इन अभिभावक-अध्यापक बैठकों के दौरान सांझा किया जाए।
इसके साथ ही मिशन शत-प्रतिशत-2021, स्कूलों में बने इंग्लिश बूस्टर क्लबों में बच्चों की मैंबरशिप, परीक्षाओं की तैयारी के लिए नेतृत्व, आनलाइन शिक्षा जैसे कि टैलिविजन, पंजाब एजूकेयर एप, रेडियो क्लास रूम व अन्य सोशल मीडिया पोर्टलों के द्वारा अध्यापक द्वारा किए जा रहे प्रयासों बारे अभिभावकों को जानकारी दी जानी है। साथ ही कोविड-19 के संक्रमण के बचाव संबंधी भी अभिभावकों को इन बैठक के दौरान अध्यापक जागरूक करेंगे। उन्होंने बताया कि समूह स्कूल प्रमुख व अध्यापक, सरकारी स्कूलों में प्री -प्राइमरी से बारहवीं तक पढ़ते बच्चों के अभिभावक, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी सदस्यों, पंचायत सदस्यों और मिड-डे-मील वर्करों के साथ संपर्क करेंगे। इसलिए गांवों व शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर अनाउंसमेंट करवाकर, मुनादी करवाकर, सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्मों जैसे कि फेसबुक, वाट्सएप, टवीटर आदि का अधिक से अधिक प्रयोग करके, पोस्टर, आडियो वीडियो संदेश वायरल करके अध्यापक, स्कूल प्रमुख, पढ़ो पंजाब, पढ़ाओ पंजाब टीमों बच्चों, अभिभावकों और अन्य कम्युनिटी सदस्यों को अभिभावक-अध्यापक बैठक की पहले जानकारी देने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावक-अध्यापक बैठक के दौरान सरकार की ओर से कोविड-19 संबंधी जारी हिदायतें की पालना की जाए।