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सरकार की सख्ती के बाद एनएचएम कर्मी लौटे ड्यूटी पर

सरकार की सख्ती के बाद अबोहर तहसील के नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कार्यरत करीब तीन दर्जन से अधिक कर्मियों ने हड़ताल खत्म कर मंगलवार को अपनी डयूटी ज्वाइन कर ली है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 10:15 PM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 10:15 PM (IST)
सरकार की सख्ती के बाद एनएचएम कर्मी लौटे ड्यूटी पर
सरकार की सख्ती के बाद एनएचएम कर्मी लौटे ड्यूटी पर

संस, अबोहर : सरकार की सख्ती के बाद अबोहर तहसील के नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कार्यरत करीब तीन दर्जन से अधिक कर्मियों ने हड़ताल खत्म कर मंगलवार को अपनी डयूटी ज्वाइन कर ली है। एनएचएम कर्मियों के हड़ताल पर जाने से कोरोना सैंपलिग व वैक्सीनेशन सहित अन्य कार्य प्रभावित हो रहा था। बेशक कर्मियों ने डयूटी ज्वाइन कर ली है लेकिन वह सरकार के इस फैसले से निराश हैं।

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नेशनल हेल्थ मिशन की एएनएम ब्लाक प्रधान प्रवीण रानी, राजिदर कौर, राजेश कुमार, मीरा रानी, नरेश कुमार, राज सिंह व सुखविदर सिंह ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली है और वह अपना कामपूरी इमानदारी से काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह कोरोना की लड़ाई पहले भी लड़ते रहें है व अब भी लड़ेंगे। गौरतलब है कि एनएचएम कर्मियों जिनकी संख्या अबोहर व सीतो गुन्नों ब्लाक में 35 से 40 के करीब है, ने प्रांतीय कमेटी के आह्वान पर अपनी मांगे पूरी न होने पर कामकाज ठप कर हड़ताल कर दी थी व मांग की थी कि सरकार उनकी सेवाएं रेगुलर करें तो ही वह काम पर लौटेंगे। पंजाब सरकार ने कोरोना के इस संकट काल में इस हड़ताल को गैर संवैधानिक करार देते हुए कर्मियों को काम पर न लौटने पर नौकरी से निकालने की कारवाई शुरू कर दी थी, जिसके बाद राज्य में कुछ कर्मी सोमवार को व कुछ कर्मी मंगलवार को काम पर लौट आए।

नौ दिन की हड़ताल के बाद ड्यूटी पर लौटे एनएचएम कर्मचारी संवाद सूत्र, फिरोजपुर : नौ दिन की हड़ताल के बाद नेशनल हेल्थ मिशन मुलाजिमों को कोरोना संकट की याद आई तो मंगलवार को वे ड्यूटी पर लौट गए। हालांकि सोमवार को राज्य स्तर पर एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल खत्म करने की जानकारी राज्य इकाई ने दी थी, लेकिन फिरोजपुर के फील्ड मुलाजिम धरने पर रहे। वहीं क्लेरिकल स्टाफ ड्यूटी पर लौट गया था। हड़ताल के संकट से निपटने के लिए पंजाब के सेहत सचिव ने सिविल सर्जन फिरोजपुर को 15 दिन मे डेलीवेज मुलाजिम रखने की मंजूरी दी थी। सिविल सर्जन राजिदर राज ने हालातों को संभालते हुए फील्ड मुलाजिमों से बात की।

सोमवार तक धरने पर बैठे फील्ड मुलाजिमों ने मंगलवार को धरना उठाते हुए कहा कि जिले में बिगड़ रहे कोरोना के हालातों के कारण एनएचएम मुलाजिम ड्यूटी पर ज रहे हैं, लेकिन अब सरकार भी अपना फर्ज निभाए और कच्चे मुलाजिमों को पक्का कर वेतन बढ़ोतरी करे। एनएचएम मुलाजिम प्रभजोत कौर, कृष्णा और हरपिदर सिंह, जोगिदर सिंह ने कहा कि जनहित को देखते हुए वे काम पर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि 15 साल से सेहत मुलाजिम कच्चे पदों और बेहद कम वेतन पर काम करते रहे है लेकिन अब घर परिवार पालना मुश्किल हो रहा है। केंद्र के सेहत प्रोग्राम को प्रभावी बनाना है तो मुलाजिमों का भी ख्याल करना होगा।

पैरा मेडिकल स्टाफ के प्रधान रमन अत्री और महासचिव हरप्रीत सिंह ने कहा कि एनएचएम मुलाजिमों ने सरकार की बात मान ली है। अब सरकार को भी चाहिए हमदर्दी करते हुए एनएचएम मुलाजिमों की मांगों पर विचार करे।


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