Move to Jagran APP

मामा ने चार माह तक भांजी को बनाया हवस का शिकार

रिश्तेदारी में मामा लगते एक व्यक्ति ने अपनी ही भांजी को चार महीने तक हवस का शिकार बनाया। मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब लड़की घर में सहमी सहमी रहने लगी व परिवार वालों ने इसका कारण पूछा तो लड़की ने यह आपबीती सुनाई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 11:08 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 11:08 PM (IST)
मामा ने चार माह तक भांजी को बनाया हवस का शिकार
मामा ने चार माह तक भांजी को बनाया हवस का शिकार

संस, अबोहर : रिश्तेदारी में मामा लगते एक व्यक्ति ने अपनी ही भांजी को चार महीने तक हवस का शिकार बनाया। मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब लड़की घर में सहमी सहमी रहने लगी व परिवार वालों ने इसका कारण पूछा तो लड़की ने यह आपबीती सुनाई। फिलहाल खुइयां सरवर पुलिस ने आरोपित मामला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

loksabha election banner

16 वर्षीय पीड़िता की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी बेटी दसवीं कक्षा में पढ़ती है, जोकि पिछले चार महीने में सहमी हुई थी। उन्होंने बेटी से कारण पूछा तो पहले तो टालती रहीं लेकिन बाद में उसने रोते हुए बताया कि जसविदर सिंह जोकि रिश्तेदारी में मामा लगता है, पिछले चार महीने से घर में उसे अकेली पाकर जबरदस्ती उसे अपनी हवस का शिकार बनाता आ रहा है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रंवाई शुरू कर दी है। दुकान का शटर तोड़ चोरी की कोशिश संवाद सूत्र, फिरोजपुर : राज्य में नाइट क‌र्फ्यू लगाने के बावजूद चोरों के हौंसले बुलंद हैं। छावनी के नीम वाला चौक में चोरों ने एक दुकान का शटर तोड़ चोरी की कोशिश की। दुकानदार विक्रम वर्मा ने बताया कि मंगलवार को दोपहर दो बजे अपनी कास्टमेटिक की दुकान बंद करके गया था। बुधवार सुबह उसे फोन आया कि दुकान का शटर तोड़ने की कोशिश की गई है और एक अलमारी टूटी पड़ी है, जब उसने सुबह आकर देखा तो शटर व अलमारी का काफी नुकसान हुआ था।

विक्रम ने बताया कि घटना की सूचना थाना छावनी पुलिस को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस को चाहिए कि रात को गश्त बढ़ाई जाए। इससे पहले भी छावनी क्षेत्र में कई चोरी की घटनाएं हो चुकी है, लेकिन पुलिस चोरों का पता लगाने में नाकाम साबित हो रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.