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अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ रही जगह, अस्थियों के लाकर भी हुए फुल

पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण के कारण शहर में हो रही मौतों से शमशान भूमि में अंतिम संस्कार करने के लिए जगह कम पड़ने लगी है जिस कारण अब शमशान भूमि में प्रबंधकों की ओर से नए थड़े बनवाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 11:05 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 11:05 PM (IST)
अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ रही जगह, अस्थियों के लाकर भी हुए फुल
अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ रही जगह, अस्थियों के लाकर भी हुए फुल

राज नरूला, अबोहर : पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण के कारण शहर में हो रही मौतों से शमशान भूमि में अंतिम संस्कार करने के लिए जगह कम पड़ने लगी है, जिस कारण अब शमशान भूमि में प्रबंधकों की ओर से नए थड़े बनवाए जा रहे हैं।

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गौरतलब है कि हिदू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करने के चार दिन बाद मृतक के फूल चुगने की रस्म अदा की जाती है और तब तक उस जगह पर दूसरा अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता, जिस कारण मुख्य शमशान भूमि में अंतिम संस्कार करने के लिए थड़े कम पड़ गए हैं। अबोहर में अप्रैल महीने में ही 29 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है, जबकि मई माह में पहले सप्ताह में करीब 12 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं।

नर सेवा नारायण सेवा समिति के प्रधान राजू चराया ने लोगों से अपील की है कि वह फूल चुगने की रस्म चार दिन की बजाय एक दो दिन बाद ही निपटा लें ताकि किसी को अंतिम संस्कार करने में दिक्कत न हो व जगह की कमी न पड़े। उधर, फूल चुगने के बाद लोग मृतको की अस्थि्यां यहां के राम भवन में रखते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग अस्थियां भी प्रवाहित नहीं कर पा रहे, लिहाजा राम भवन में अब अस्थियां रखने की जगह की कम होने लगी है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना काल में भी इस तरह की मुश्किल पेश नहीं आई थी जो अब आ रही है। अबोहर में हुई तीन मौतें

अबोहर में शुक्रवार को तीन कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई, जिनका अंतिम संस्कार नर सेवा नारायण सेवा समिति के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में किया गया। नर सेवा समिति के प्रधान राजू चराया ने बताया कि 55 वर्षीय इंद्रा देवी का शुक्रवार को कोरोना टेस्ट करवाया गया था जिसमें उनकी रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। इस दौरान उसकी सरकारी अस्पताल में ही मौत भी हो गई। इसके अलावा पुरानी सूरज नगरी निवासी 38 वर्षीय विवेक कुमार पुत्र राजेश्वर की रिपोर्ट पांच मई को पाजिटिव पाई गई थी व उनका श्रींगंगानगर में चल रहा था, जहां उसकी मौत हो गई। माडल टाउन निवासी रेणु रानी आयु करीब 54 साल की रिपोर्ट पाजिटिव आने पर उन्हें बठिडा दाखिल करवाया गया जहां शुक्रवार को सुबह उनकी मौत हो गई।


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