कभी सीवर साफ किया, झाड़ू लगाया, 45 की उम्र में इस शख्स के डांस की दीवानी है दुनिया
वेदप्रकाश अल्लाह इन दिनों एक निजी टीवी चैनल के जाने-माने कार्यक्रम डांस दीवाने में छाए हुए हैं।
अबोहर [दीपक पोहिया]। कभी अबोहर की गलियों में जाकर झाड़ू लगाने व सीवर साफ करने वाले वेदप्रकाश अल्लाह इन दिनों राष्ट्रीय टीवी चैनल कलर्स के जाने-माने कार्यक्रम 'डांस दीवाने' में छाए हुए हैं। उनकी फैन फॉलोइंग इतनी तेजी से बढ़ रही है कि सोशल मीडिया पर उनके डांस के वीडियो को रिकॉर्ड पांच करोड़ लोग देख चुके हैं।
कार्यक्रम में बीते रविवार पहुंची प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन को टीवी पर यह कहना पड़ा कि इतना पॉपुलर तो कभी हमारा वीडियो भी नहीं हुआ। अबोहर में अल्लाह के लिए वोट करने की अपील की जा रही है और जगह-जगह बड़े होर्डिंग्स लगे हैं। इस शो को जानी मानी अभिनेत्री माधुरी दीक्षित होस्ट करती हैं और अपनी कैटेगरी में वेदप्रकाश अल्लाह टॉप सिक्स में आ चुके हैं। पूरा अबोहर शहर उनके जीतने की दुआ कर रहा है।
भवानी कॉटन मिल में 500 रुपये में की स्वीपर की नौकरी
45 वर्षीय संत नगर अबोहर निवासी वेद प्रकाश अल्लाह संघर्ष के उस दौर से गुजरे हैं जहां पर व्यक्ति हताश और निराश हो जाता है। अल्लाह ने बताया कि 1992 में उनके परिवार के आर्थिक हालात इतने खराब थे कि उन्हें भवानी कॉटन मिल में स्वीपर के तौर पर 500 रुपये महीने में नौकरी करनी पड़ी। जब इससे भी गुजारा नहीं होता था तो रात को अबोहर की गली-गली में जाकर सीवरेज साफ करने का काम भी किया करते थे, जिससे 700 रुपये महीने की आय होती थी।
इसके अलावा अल्लाह ने मीट शॉप पर भी ढाई सौ रुपये महीने की नौकरी की। स्कूली दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि हमारे पास पहनने को कपड़े नहीं होते थे। उनकी मां भी घरों में जाकर बर्तन साफ करने का काम करती थी और वहां से जो पुराने कपड़े मिलते थे, उन्हीं को पहनना पड़ता था। अल्लाह को आज भी याद है कि उनकी मां ने उसे साइकिल दिलाने के लिए अपने गहने तक गिरवी रख दिए थे।
बेटे पर नाज है : कमला देवी
संत नगर स्थित घर में मौजूद माता कमला देवी ने बताया कि मैं आज भी काम कर रही हूं, ताकि बच्चों को कुछ सहयोग कर सकूं। वे बताती हैं कि बेशक बेटा काम करने को मना करता है लेकिन वह जानती हैं कि उसकी आय कम है। उन्हें अपने बेटे पर नाज है।
कहीं से नहीं सीखा, गॉड गिफ्टेड है डांस
वेद प्रकाश ने बताया कि जब वह छोटे थे तो एक दिन अपनी मां के साथ उन्हें काम पर जाना पड़ा तो वहां बज रहे म्यूजिक पर डांस करने लगे। यह देख मालिक ने मां को डांटते हुए कहा कि इसे डांस करने लाते हो या काम करने। इस बात ने उसे डांस के क्षेत्र में कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने टीवी पर डांस की बारीकियां सीखनी शुरू कर दीं और इसे ही अपना प्रोफेशन बनाते गए। कुछ समय बाद यहां फ्लॉवर वैली स्कूल ने उन्हें डांस टीचर की नौकरी दी और इसके बाद उन्होंने यहां अपना डांस कॉलेज खोल लिया। अल्ला के परिवार में छोटे भाई के अलावा दो बच्चे, पत्नी व बूढ़ी मां है।
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