युवाओं को फौज की भर्ती के लिए निशुल्क फिजिकल ट्रेनिग मुहैया करवा रहे है सेवानिवृत फौजी मलकीत सिंह
जहां खुद फौज में भर्ती होकर देश की सेवा करता रहा व फौज से रिटायरमेंट के बाद अब युवाओं व युवतियों को फौज व पुलिस में न केवल भर्ती के लिए प्रेरित कर रहा है बल्कि इनको निशुल्क फिजिकल ट्रेनिग भी दे रहा है।
राज नरूला, अबोहर : जहां खुद फौज में भर्ती होकर देश की सेवा करता रहा व फौज से रिटायरमेंट के बाद अब युवाओं व युवतियों को फौज व पुलिस में न केवल भर्ती के लिए प्रेरित कर रहा है बल्कि इनको निशुल्क फिजिकल ट्रेनिग भी दे रहा है। हम बात कर रहे हैं फौज से रिटायरर्ड हुए मलकीत सिंह की।
मलकीत सिंह अब तक 100 के करीब युवाओं जिनमें भी लड़कियां भी शामिल है को फौज, बीएसएफ व पंजाब पुलिस में भर्ती करवा चुका है। उन्होंने बताया कि वह पिछले करीब 8 साल से एमएस नामक एकेडमी के माध्यम से युवाओं को फौज, बीएसएफ व पंजाब पुलिस की भर्ती के लिए निशुल्क फिजिकल ट्रेनिग निशुल्क मुहैया करवा रहा है। मलकीत सिंह ने बताया कि वह 2013 में आर्मी से होलदार रिटायर हुआ था व उस समय उसकी डयूटी में भर्ती सैल में थी। उन्होंने बताया कि तब देखने में आता था कि काफी युवक भर्ती होने के लिए आते थे लेकिन फिजिकल टेस्ट में मार खा जाते थे । उन्हें जहां ट्रेनिग की कमी होती थी वहीं गाइडेंस की भी। उन्होंने बताया जिसको देखते हुए उन्होंने युवओं को न केवल इसमें भर्ती होने के लिए प्रेरित करने का निर्णय लिया ब्लकि निशुल्क ट्रेनिग देने का भी बीड़ा उठाया ताकि इस क्षेत्र के युवा फौज, बीएसएफ व पंजाब पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा कर सके व उन्हें रोजगार भी मिल सके। मलकीत सिंह ने बताया कि वह 2014 से निरंतर युवाओं व युवतियों को ट्रेनिग मुहैया करवा रहे हैं। जिसके लिए श्री गुरु नानक खालसा कॉलेज द्वारा उन्हें खेल मैदान का उपयोग करने की छूट दी हुई है। उन्होंने बताया कि युवाओं को दौड़ के अलावा लांग जंप, हाई जंप के अलावा जो भी भर्ती के समय फिजिकल परीक्षा में से गुजरना होता है वह सभी तरह की तैयारी करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि वह इसके लिए रोजाना युवाओं को 2 से 4 घंटे सुबह व 2 से 4 घंटे शाम को ट्रेनिग मुहैया करवाते है। उन्होंने बताया कि अब तो लड़कियां भी इसके प्रति काफी रुझान देखने को मिलता है। उनके पास राजस्थान के अलावा श्री अमृतसर साहिब के अलावा अन्य जिलों के युवा व युवतियां भी ट्रेनिग के लिए आते हैं। मलकीत सिंह बताते है कि काफी युवा इस तरह के देखने को मिलते है कि उनके पास हुनर तो होता है लेकिन वह आर्थिक रूप से कुछ कमजोर होने की वजह से ट्रेनिग न होने की वजह से मुकाम तक नहीं पहुंच पाते तो वह ऐसे युवाओं को उनके मुकाम तक पहुंचाने का प्रयास करने में लगे हैं। उन्होंने बताया कि शुरूआत में कुछ कठिन काम लगता था लेकिन जैसे उनकी ट्रेनिग के बाद युवाओं का चयन हुआ तो उनका हौंसला बढ़ने लगा और वह निरंतर इस काम में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से उन्हें कोई सुविधा या सहायता नहीं मिलती है अगर सरकार कुछ मदद करें तो और बेहतर कार्य कर सकते हैं। अपने संदेश में वह युवाओं को कहते है कि वह अपनी ताकत को अच्छे कार्य में लगाए क्योंकि यह जीवन अनमोल है इसे नशे में न गंवाएं व देश व समाज की सेवा के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि हिम्मत रखो कोशिश जारी रखो व मंजिल व सफलता जरुर मिलेगी।