दो साल से सीवरेज जाम का संताप झेल रहे घुमियारां बस्ती के बाशिदे
जलालाबाद क्षेत्र में लगातार विकास कार्यों की झड़ी लगने की बातें कहीं जा रही हैं लेकिन दूसरी तरफ दो वर्षो से शहर की घुम्मरा बस्ती के लोग सीवरेज समस्या के संताप से जूझ रहे हैं।
रवि वाट्स, जलालाबाद (फाजिल्का) : जलालाबाद क्षेत्र में लगातार विकास कार्यों की झड़ी लगने की बातें कहीं जा रही हैं लेकिन दूसरी तरफ दो वर्षो से शहर की घुम्मरा बस्ती के लोग सीवरेज समस्या के संताप से जूझ रहे हैं। धीरे धीरे करके गलियों में फैला गंदा पानी अब लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है। इस कारण लोग व बच्चे अपने ही घरों में कैद होकर रह गए हैं। यहां के बाशिदे कई बार सीवरेज जाम समस्या के बारे में नगर कौंसिल को शिकायतें दे चुके हैं, लेकिन अभी तक इस समस्या का हल नहीं किया गया।
घरेलू कार्यो के लिए रिश्तेदारों के घर जाना पड़ रहा
मोहल्ला निवासी संदीप सिंह ने बताया कि छह दिन पहले सीवरेज जाम होने से शौचालय के जरिए गंदा पानी घर में आ गया। धीरे-धीरे गलियों में बने सीवरेज ओवरफ्लो हो गए। अब पानी गलियों में भी पूरी तरह से फैल गया है, जिससे उठने वाली बदबू से मोहल्ला वासी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि घर की महिलाओं को घरेलू कार्य करने के लिए भी रिश्तेदारों के घरों में जाना पड़ रहा है। बीमारियां फैलने का खतरा
मोहल्ला निवासी दीपक कुमार ने कहा कि गलियों में गंदा पानी होने के चलते सारा दिन बच्चे व बुजुर्ग घरों में कैद होने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भले ही स्कूल अभी बंद हैं, लेकिन बच्चों को घरों में कैद कर पाना काफी मुश्किल है। ऐसे में बच्चे गली में खेलते हुए उक्त गंदे पानी में भी जाते हैं। ऐसे में अगर वह किसी बीमारी से ग्रसित हो गए, तो परिवार वालों के लिए सबसे ज्यादा परेशानी बन जाएगी। जल्द समस्या से दिलाई जाए निजात
मोहल्ला वासी इंद्रजंग ने कहा कि जिन जगहों पर गंदा पानी सीवरेज में वापस चला गया है वहां गंदे गारे व कीचड़ की स्थिति पैदा हो गई है, जिससे उठने वाली बदबू के चलते बीमारियों के फैलने का खतरा है। उन्होंने नगर कौंसिल से मांग की कि जल्द से जल्द इस समस्या से निजात दिलाई जाए।
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यह है सारी समस्या की जड़
दरअसल उक्त बस्ती पहले एक गांव के साथ थी, लेकिन चार साल पहले इसे शहर के साथ जोड़ दिया गया और दो साल पहले यहां सीवरेज सिस्टम लगवा दिया गया। लेकिन तब से लेकर अब तक यहां लोगों के घरों में शौचालय तो बन गए और सीवरेज सिस्टम भी शुरू हो गया, लेकिन सफाई ना होने के चलते यहां दो वर्षो से ही सीवरेज की समस्या है। यहां के लोगों का कहना है कि वोट लेने के समय उनकी बस्ती को शहर के साथ जोड़ दिया गया, लेकिन बाद में इसे लावारिस छोड़ दिया गया।
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उक्त समस्या मेरे ध्यान में है। लेकिन बस्ती के सीवरेज की सफाई के लिए बड़ी टीम की जरूरत है। इस संबंधी मामला नगर कौंसिल व विधायक रमिद्र आवला के ध्यान में ला दिया था। उन्होंने बाहर की एक टीम से संपर्क किया है, जोकि दो से तीन दिनों के भीतर जलालाबाद में आएगी, समस्या का हल करवाया जाएगा।
-गुरजंट सिंह, सीवरेज इंचार्ज।