सेटेलाइट से रखेंगे पराली जलाने वालों पर नजर : डीसी
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : डिप्टी कमिश्नर मनप्रीत ¨सह ने पराली की संभाल करने व अवशेष को आग न लगाने संब
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : डिप्टी कमिश्नर मनप्रीत ¨सह ने पराली की संभाल करने व अवशेष को आग न लगाने संबंधी अधिकारियों के साथ बैठक की। जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स के बैठक हाल में हुई बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि पराली और अवशेष को आग लगाने वालों पर सैटेलाइट के द्वारा नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि पराली व नाड़ को जलाने वालों पर नकेल कसने के लिए जिले में 27 टीमों का गठन किया गया है जिससे वातावरण को दूषित होने से बचाया जा सके।
बैठक के दौरान डीसी ने बताया कि धान की पराली को आग लगाने की बजाए इसको पशुओं के लिए चारे और ठंड से बचाने के लिए पशुओं के नीचे इसको बिछाने के अलावा बायोगैस के लिए भी प्रयोग में लाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से पराली और अवशेष को आग लगाने की बजाय प्रयोग में लाने वाले खेती यंत्रों पर सब्सिडी मुहैया करवाई जा रही है। डिप्टी कमिशनर ने बताया कि धान की फसल को स्ट्राय मैनेजमेंट व्यवस्था (एसएमएस) के द्वारा कटाई करके भी पराली और अवशेष को कुतरकर जमीन में बहाया जा सकता है। इन तरीकों के साथ जहां पराली को आसानी के साथ जमीन में उपभोग किया जा सकता है वहीं इसके साथ जमीन की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ती है। डीसी ने कहा कि कैंप लगाकर किसानों को धान की पराली और अवशेष को आग नलगाने संबंधी अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में सुबह की सभा में भी बच्चों को प्रेरित किया जाए कि वह घर जाकर अपने माता-पिता को नाड़ को आग न लगाने संबंधी जागरूक करें। इस मौके एसडीएम सुभाष खटक, मुख्य कृषि अफसर बल¨जदर ¨सह बराड़, सहायक मुख्य कृषि अफसर भू¨पदर ¨सह, ब्लाक कृषि अफसर सरवन कुमार, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एसडीओ रोहित ¨सगला, डिप्टी डायरैक्टर पशु पालन डा. रजिन्दर कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।