Move to Jagran APP

सड़क तोड़ पानी अबादी में जाने से रोका, पांच गांव खतरे में थे

फाजिल्का : गंगकैनाल के तेज बहाव ने जिस प्रभाव के साथ कटाव किया। अगर जिला प्रशासन, इरीगेशन विभाग और पुलिस प्रशासन समय पर मुस्तैद होकर रातभर काम पूरा न करते तो पांच गांवों में सुबह तबाही का मंजर होता। जिला प्रशासन ने सक्रियता दिखाते हुए समय पर गांव घट्टेया वाली-अलयाना की सड़क को काटकर पानी का रास्ता बदल दिया। इससे कपास की 250 एकड़ फसल का नुकसान तो हो गया, लेकिन जानमाल का नुकसान होने से बच गया। तीनों विभागों और गांववासियों को मिलाकर 150 से ज्यादा लोगों ने गंगकैनाल में सोमवार दोपहर को हुए 100 फीट कटाव को मंगलवार सुबह

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 10:28 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 10:28 PM (IST)
सड़क तोड़ पानी अबादी में जाने से रोका, पांच गांव खतरे में थे
सड़क तोड़ पानी अबादी में जाने से रोका, पांच गांव खतरे में थे

अमनदीप ¨सह, फाजिल्का : गंगकैनाल के तेज बहाव ने जिस प्रभाव के साथ कटाव किया। अगर जिला प्रशासन, इरीगेशन विभाग और पुलिस प्रशासन समय पर मुस्तैद होकर रातभर काम पूरा न करते तो पांच गांवों में सुबह तबाही का मंजर होता। जिला प्रशासन ने सक्रियता दिखाते हुए समय पर गांव घट्टेया वाली-अलयाना की सड़क को काटकर पानी का रास्ता बदल दिया। इससे कपास की 250 एकड़ फसल का नुकसान तो हो गया, लेकिन जानमाल का नुकसान होने से बच गया। तीनों विभागों और गांववासियों को मिलाकर 150 से ज्यादा लोगों ने गंगकैनाल में सोमवार दोपहर को हुए 100 फीट कटाव को मंगलवार सुबह 8 बजे तक कड़ी मशक्कत के बाद बंद कर दिया। इस काम में आसपास के गांवों के युवाओं ने भी अहम भूमिका निभाई। जिला प्रशासन को जैसे ही गंगकैनाल में कटाव होने की सूचना मिली। एक घंटे के बाद टीमों को अलर्ट कर दिया गया। उच्चाधिकारियों ने मौके का मुआयना किया तो देखा कि कटाव कोई छोटा नहीं है। 100 फीट तक हुए कटाव से पानी इतने तेज बहाव के साथ फैल रहा था कि हालात पर काबू पाना बहुत बड़ी चुनौती बना हुआ था। विभागीय सूझबूझ के चलते ठेकेदार को तुरंत प्रभाव से काम पर लगा दिया गया। 70 के लगभग सरकारी लेबर और 100 से ज्यादा गांव के नौजवानों ने गंगकैनाल के कटाव को बंद करने का काम शुरू कर दिया। मिट्टी की बोरियां भरकर कटाव के हिस्से पर लगाई गई।

loksabha election banner

पोकलेन, 4 जेसीबी और 6 से 8 टिप्परों भी लगाए थे

भारी भरकम काम के लिए प्रशासन ने पोकलेन, 4 जेसीबी और 6 से 8 टिप्परों के साथ पूरी रात काम चला। 30 फीट गहरी गंगकैनाल से जिस तेज बहाव के साथ पानी आ रहा था, अगर रात में काम पूरा नहीं किया जाता तो आसपास के पांच गांवों में घट्टेयावाली, गांव अलयाना, गांव शाहपुर, गांव टाहली वाला और गांव चाहला वाली में मंगलवार को तबाही का मंजर देखने को मिलता। लेकिन घट्टेयावाला से अलयाना को जा रही सड़क का 10 से 12 फीट हिस्सा काटकर पानी का बहाव खेतों की ओर कर दिया। जिससे पांच गांवों के करीब 5 हजार लोगों की ¨जदगी दांव पर लगने से बच गई।

बिना रुके सुबह तक पूरा किया काम : एसडीएम

एसडीएम सुभाष चंद्र ने बताया कि अगर वह रातभर में काम पूरा नहीं करते तो तेज बहाव पानी से पांच गांवों के आबादी वाले हिस्से में बड़ी तबाही हो सकती थी। उन्होंने बिना रूके सुबह तक कटाव को भरने के कार्य को मुकम्मल किया, जिसमें जिला प्रशासन, पुलिस और इरीगेशन विभाग के साथ-साथ गांव के युवाओं का अहम योगदान रहा है।

सरहदी किसानों को ¨सचाई के लिए पानी दिया जाता है नहर से

गंगकैनाल नहर फिरोजपुर, जलालाबाद और फाजिल्का से होते हुए गंगानगर से आगे निकली है। फाजिल्का में यह सरहद के किसानों को ¨सचाई के लिए पानी मुहैया करवाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.