कैंटर लूट मामले में शोली ग्रुप के पांच लोगों पर पर्चा
जागरण संवाददाता, फाजिल्का पिछले दो साल से जेल में बंद चले आ रहे अबोहर के शराब व्यवसायी के ग्रुप के
जागरण संवाददाता, फाजिल्का
पिछले दो साल से जेल में बंद चले आ रहे अबोहर के शराब व्यवसायी के ग्रुप के लोगों पर शराब और बीयर से भरा ट्रक लूटने के मामले में सदर थाना पुलिस ने शराब व्यवसाय से जुड़े पांच लोगों के खिलाफ पर्चा दर्ज किया है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया था। वहीं, नामजद आरोपियों में से एक ने इस पर्चे को शोली ग्रुप (डोडा) का वर्चस्व समाप्त करने की साजिश बताया है। पुलिस को दी शिकायत में एक शराब ठेकेदार के मैनेजर रामप्रकाश ने बताया कि उनके ग्रुप का एक शराब व बीयर से लदा कैंटर 27 अप्रैल रात को एफएफ रोड पर गांव बाधा के निकट स्थित एक ढाबे के पास खड़ा था। इतने में गांव कटैहड़ा निवासी विजय कुमार, अमी चंद, हरीश कुमार, एमसी कालोनी निवासी प्रमोद शर्मा व रजेश कुमार अपने छह सात साथियों के साथ मौके पर पहुंचे ड्राइवर को मारपीट कर डरा धमका कर वहां से भगा दिया और ट्रक व उसमें लदी शराब और बीयर लेकर चले गए। पुलिस ने मैनेजर के बयान पर उक्त पांचों और उनके अज्ञात साथियों के खिलाफ पर्चा दर्ज कर लिया है।
वहीं, पर्चे में नामजद अमी चंद से फोन पर संपर्क किया गया तो उसने बताया कि जिस दिन का वाकया बताया जा रहा है, उस दिन उसकी टांग में फ्रेक्चर होने के कारण वह फाजिल्का के एक निजी अस्पताल में भर्ती था। अमी चंद ने बताया कि अन्य नामजद लोगों का भी इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही अमी चंद ने बताया कि उनके फील्ड स्टाफ ने अवैध रूप से शहर में आने वाली शराब के शक में एक कैंटर की जांच जरूर की थी, लेकिन दूसरे ग्रुप की फरीदकोट से वहीं के कैंटर में भेजी शराब और बीयर की पुष्टि होने पर उसे जाने दिया गया था। उस घटना के बाद उन्होंने पुलिस द्वारा की जा रही जांच में खुद अपने साथियों को साथ लेकर पुलिस के पास सारी स्थिति स्पष्ट कर दी थी। उसके बावजूद उनके खिलाफ पर्चा दर्ज किया गया है। अमी चंद ने आरोप लगाया कि वह शोली ग्रुप से जुड़े हुए हैं और दूसरे ग्रुप के लोग शोली का वर्चस्व समाप्त करने की साजिश के तहत झूठे पर्चे करवा रहे हैं। वहीं इस बारे में सदर थाना प्रभारी लेखराज से बात की गई तो उन्होंने कहा कि फिलहाल मैनेजर रामप्रकाश की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की गई है। मामले की पूरी जांच के बाद सच्चाई को उजागर किया जाएगा।
वहीं, एक्साइज विभाग के अधिकारी आर तंवर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ इतना पता चला था कि शराब ठेकेदारों के दो ग्रुपों में कुछ दिन पहले झगड़ा हुआ था। लेकिन उसका परिणाम पर्चे के रूप में सामने आया है, इस बारे में उन्हें कुछ पता नहीं।