फाजिल्का पहुंचा 3800 टन यूरिया, चावल लेकर कर्नाटक रवाना हुई मालगाड़ी
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों की ओर से रेलवे परिसर से हटने के चलते फाजिल्का में मालगाड़ियों का आवागमन शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों की ओर से रेलवे परिसर से हटने के चलते फाजिल्का में मालगाड़ियों का आवागमन शुरू हो गया है। फाजिल्का में करीब दो महीने बाद गाड़ी की आवाज सुनाई दी। जिले में एक तरफ खाद का एक रैक मालगाड़ी से अबोहर में पहुंचा, वहीं चावल लेकर एक मालगाड़ी फाजिल्का से कर्नाटक के लिए रवाना हुई है, जबकि एक और खाली माल गाड़ी जलालाबाद पहुंची है जोकि यहां से अनाज लेकर दूसरे राज्यों को जाएगी।
काफी लंबे समय बाद अबोहर व फाजिल्का के रेलवे लोडिग यार्ड गुलजार हुए। अबोहर में आईपीएल कंपनी की डीएपी और युरिया खाद मालगाड़ी से पहुंची है। इसमें 1200 मीट्रिक टन यूरिया और 2500 मीट्रिक टन डीएपी खाद है।
गांव सय्यदवाला के किसान कृषण कुमार ने कहा कि इस समय गेहूं की बिजाई के लिए जहां खाद की जरूरत थी, वहीं दिसंबर से बागों के लिए भी डीएपी खाद की जरूरत थी। इस मौके मुख्य कृषि अधिकारी सुरिदर सिंह ने बताया कि इफको का एक अन्य रैक भी फाजिल्का में पहुंच गया है। इसमें 2600 मीट्रिक टन यूरिया है। यह खाद सहकारी सोसायटियों में भेजी जा रही है, जिससे इसका वितरण जिले के किसानों को बिना देरी हो सके। जिला कृषि अफसर सुरिंदर सिंह ने कहा कि अब जब ट्रेनें चल पड़ी हैं, जिससे किसानों को खाद की कोई कमी नहीं आएगी और किसान किसी भी घबराहट में आकर खाद की खरीददारी न करें। दूसरी तरफ जिल फूड सप्लाई कंट्रोलर गुरप्रीत सिंह कंग ने बताया कि जिले में से तैयार चावल दूसरे राज्यों को जाना शुरू हो गया है। इसके साथ शैलर उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि फाजिल्का से चावल लेकर व जलालाबाद से गेहूं लेकर एक-एक ओर मालगाड़ी जल्द रवाना होगी।