शिअद ने दिया धरना, किसान बोले-राजनीति की बजाय किया जाए समर्थन
कृषि विधेयक के विरोध में किसान संगठनों व राजनीतिक पार्टियों की ओर से शुक्रवार को विभिन्न जगहों पर चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जताया गया व सरकार से इन किसान विरोधी बिलों को वापिस लेने की मांग की गई।
संवाद सहयोगी, अबोहर : कृषि विधेयक के विरोध में किसान संगठनों व राजनीतिक पार्टियों की ओर से शुक्रवार को विभिन्न जगहों पर चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जताया गया व सरकार से इन किसान विरोधी बिलों को वापिस लेने की मांग की गई।
शिरोमणी अकाली दल अबोहर के पदाधिकारियों ने आलमगढ़ बाइपास चौक पर धरना लगाकर चक्का जाम किया गया। इस अवसर पर यूथ अकाली दल के जिला प्रधान हरिद्र सिंह हैरी व पटेल कुमार घुल्ला, कर्मदीप कौर ढिल्लों, हरचरण सिंह पप्पू ने शिअद किसानों के साथ खड़ी हैं व किसानों के हर संघर्ष में साथ दिया जाएगा। इस मौके पर हरपाल सिंह संधू, सुखविदर सिंह नंबरदार, गुरलाल सिंह दानेवालिया, गुरदेव सिंह चौधरी, हरप्रीत सिंह, जुगनू सोनी, सुरजीत सिंह, बलविदर सिंह, मनप्रीत सिंह, महावीर विरक, रवि दीप धालीवाल, जसविदर सिंह, भूपेंद्र सिंह टिक्का, सीता संधू, भूपेन्द्र चहल, स्वर्णजीत कौर, जसविदर कौर, अजीत सिंह, वरिन्द्र सिंह, विजय उपवेजा आदि मौजूद थे।
उधर, मलोट रोड पर शिअद बल्लुआना की तरफ से धरना लगाकर किसान विरोधी बिलों का विरोध किया गया। इस अवसर पर बल्लुआना के पूर्व विधायक प्रकाश सिंह भट्टी, पूर्व विधायक गुरतेज सिंह घुडियाना के अलावा जत्थेदार कौर सिंह बहाववाला, राजिदर सिंह बराड़, सुखराज सिंह, आरडी बिश्नोई, हरचरण सिंह चरणा, जज सिंह समेत काफी संख्या में वर्कर व किसान मौजूद थे। यहां शिअद सड़क के बीच टेंट लगाकर चक्का जाम किया। बंद को लेकर वाहनों की आवाजाही कम ही रहीं जिस कारण कही गुजरने को लेकर तकरार होती नहीं देखी गई।
किसानों के साथ किसान बन संघर्ष करें किसान
उधर, गांव पंजावा के किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ काले झंडे लेकर अबोहर से श्रीगंगानगर रोड पर भारी मात्रा में किसानों ने धरना लगाया। किसानों ने कहा किसान पहले ही कुदरत की मार में मारा गया है। किसानों ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार किसान बिल वापस नहीं लेंगे तो केंद्र सरकार के खिलाफ बड़े कदम पर धरना लगाएंगे और अपने कामकाज ठप रखेंगे। किसानों ने कहा हैं कि वह अपने ही बल पर धरना जारी रखेंगे किसी भी लीडर के साथ मिलकर किसान धरना नहीं लगाएगा। किसानों ने कहा है कि अगर कोई लीडर किसानों की मांगों को लेकर किसानों के साथ आना चाहता है तो वह राजनीति को छोड़कर किसानों में किसान बनकर धरने में शामिल हो उनका ही स्वागत किया जाएगा। इस मौके पर गांव पंजावा मॉडल, गिद्दडा़वाली, तुतावाली, उस्मान खेड़ा, दलवीर खेड़ा, दीवान खेड़ा इत्यादि गांव के किसान मौजूद थे।