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करवा चौथ पर उजड़ गया सुहाग, परिवार ने कहा था न जाओ कश्मीर,चरणजीत ने नहीं मानी बात

कश्‍मीर में आतंकियों के हमले में मारे गए पंजाब के फल कारोबारी चरणजीत काे परिवार ने वहां जाने से राेका था। परिजनों ने कहा था कि कश्‍मीर मत जाओ वहां माहौल ठीक नहीें है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 10:58 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 08:54 PM (IST)
करवा चौथ पर उजड़ गया सुहाग, परिवार ने कहा था न जाओ कश्मीर,चरणजीत ने नहीं मानी बात
करवा चौथ पर उजड़ गया सुहाग, परिवार ने कहा था न जाओ कश्मीर,चरणजीत ने नहीं मानी बात

अबोहर, [प्रवीण कथूरिया]। जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों के हमले में मारे गए पंजाब के अबोहर के व्यापारी चरणजीत उर्फ चन्नी पोपली को परिजनों ने वहां जाने से राेका था। परिवार के सदस्‍यों ने कहा कि कश्‍मीर मत जाओ, वहां माहौल ठीक नहीं है। चरणजीत ने उनकी बात नहीं मानी और कश्‍मीर के शाेपियां चले गए। इसके बाद वह आतंकियों के शिकार हो गए और करवा चौथ से एक दिन पहले पत्‍नी का सुहाग उजड़ गया।

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बता दें कि बुधवार को आतंकियों ने अबोहर के फल व्‍यापारियों चरनजीत और संजीव उर्फ संजू को गाेलियों मार दी थी। इससे चरनजीत की मौत हो गई और संजीव गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना से शहर के व्यापारियों में रोष है।  नायब तहसीलदार ने चरणजीत के घर जाकर दुख साझा किया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

सराभा नगर निवासी चरणजीत पोपली (40) के भाई राकेश ने बताया कि चरणजीत का आठ वर्ष का एक बेटा है। चरणजीत करीब 13 दिन पहले व्यापारी सुरेंद्र चराया के भतीजे संजीव उर्फ संजू (23) के साथ जम्मू-कश्मीर गए थे। परिवार ने उन्‍हें रोका भी था कि कश्मीर न जाओ, वहां माहौल ठीक नहीं है। इसके बावजूद वह नहीं माने और कश्‍मीर चले गए।

राकेश ने बताया कि दो दिन पूर्व फोन पर चरणजीत ने वहां माहौल सही होने की बात कही थी, लेकिन बुधवार देर शाम सूचना मिली कि जब वे सेब लोड करवा रहे थे तो वहां बैठे दो अज्ञात युवकों ने कमीशन एजेंट परवेज से मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद वे चरणजीत व संजू को थोड़ी दूर ले गए। वहां मौजूद आतंकियों ने दोनों पर गोलियां चला दीं। चरणजीत की मौके पर ही मौत हो गई और संजू गंभीर घायल हो गया। पुलिस और लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। संजू का ऑपरेशन हुआ है और उसकी हालत अब भी गंभीर है।

परिवार का रो-रो कर बुरा हाल

चरणजीत की मौत की सूचना मिलने पर उनकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था। उसने करवाचौथ की तैयारियां कर रखी थी, लेकिन उससे एक दिन पहले ही उसका सुहाग उजड़ गया। चरणजीत करीब 15 साल से व्यापार के लिए जम्मू-कश्मीर जा रहे थे। नायब तहसीलदार बलजिंदर सिंह दोनों परिवारों से मिले। उन्होंने चरणजीत के परिवार से दुख प्रकट किया और कहा कि दोनों परिवारों की रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेंजेंगे, ताकि अधिक से अधिक सहायता  दिलवाई जा सके।

सरकार व्यापारियों व ट्रक वालों को कश्मीर से सुरक्षित बाहर निकलने की गारंटी दे

किन्नू मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान अतिंद्रपाल तिन्ना, महासचिव इंद्र शर्मा और सुशील कुमार ने घटना पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि सरकार सभी व्यापारियों व ट्रक वालों को कश्मीर से सुरक्षित बाहर निकलने की गारंटी दे, अन्यथा वे संघर्ष और विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कहा था कि वहां पर माहौल अब बिल्कुल शांतिपूर्ण है। सुरक्षा के कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं। अगर यह हाल रहा तो पंजाब का कोई भी व्यापारी वहां जाकर व्यापार नहीं कर पाएगा।

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चरणजीत के परिवार को जम्‍मू-कश्‍मीर चार लाख व पंजाब सरकार देगी दो लाख रुपये

चरणजीत के परिवार को जम्‍मू-कश्‍मीर सरकार ने चार लाख तथा पंजाब सरकार ने दो लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। घायल संजीव को पंजाब सरकार एक लाख रुपये देगी। चरणजीत का शव श्रीनगर से विमान में अमृतसर लाया गया। इसके बाद सड़क मार्ग से शव रात दस बजे अबोहर स्थित घर पहुंचा। चरणजीत का अंतिम संस्कार शुक्रवार क फाजिल्का रोड शिवपुरी में होगा।


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