मंडियों में किसानों व आढ़तियों की बदहाली के लिए कैप्टन जिम्मेदार : सेखो
गेहूं के सीजन से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अनाज मंडियों का दौरा किया।
संवाद सूत्र जलालाबाद (फाजिल्का) : गेहूं के सीजन से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अनाज मंडियों में खरीद प्रबंधों को लेकर दावे किए जा रहे थे। लेकिन जिस तरह पंजाब का किसान मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए भटक रहा है, उससे लगता है कि कैप्टन सरकार गहरी नींद में सो रही है। यह आरोप पूर्व सिचाई मंत्री जनमेजा सिंह सेखों ने अनाज मंडी जलालाबाद का दौरा करते हुए मीडिया के साथ बातचीत करते हुए लगाए। इस मौके पर सतिन्दरजीत सिंह मंदा, जिला शहरी प्रधान अशोक अनेजा, देहाती प्रधान गुरपाल सिंह ग्रेवाल, पूर्व जंगलात मंत्री हंसराज जोसन, बलविन्दर सिंह गुराया, ब्लाक प्रधान टिक्कन परूथी, डा. राज सिंह डिब्बीपुरा, लाडी धवन व अन्य उपस्थित थे। इस मौके जनमेजा सिंह सेखों ने कहा कि वर्तमान समय में अनाज मंडियों में बारदाने की कमी है। बारदाने की कमी कारण मंडियों में गेहूं की खरीद नहीं हो गई है और जो बारदाना मुहैया हुआ है उसकी कानी बांट की जा रही है और कांग्रेसी चहेतों की दुकानों पर गांठे पहुंच रही हैं। जबकि दूसरों को अनदेखा किया जा रहा है। सरकारी एजेंसियों द्वारा अभी तक केवल 20 प्रतिशत ही बारदाना दिया गया है, जबकि बारदाने की कमी के कारण आढ़तियों और किसानों को फसल की संभालने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सेखों ने कहा कि सरकार ने 41 रुपये बारदाने का टेंडर निकाला है, जबकि मार्केट में पुराना बारदाना 50 रुपये है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों को 48 घंटों में अदायगी करने के दावे कर रही थे, लेकिन अभी तक किसी भी किसान के खातों में अदायगी का पैसा नहीं पहुंचा है।