शीनम का डाक्टर बनने का सपना शिक्षा मंत्री करेंगे पूरा
लड़कियां अब अपने मां-बाप पर बोझ नहीं रहीं। लड़कियों ने अपनी काबिलियत से यह बात सिद्ध कर दी है।
संवाद सहयोगी, अबोहर : लड़कियां अब अपने मां-बाप पर बोझ नहीं रहीं। लड़कियों ने अपनी काबिलियत से यह बात सिद्ध कर दी है। लड़कियां अपने मां-बाप का नाम रोशन कर रही हैं। यह विचार राज्य के शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिगला ने अबोहर के आनंद नगरी निवासी व सरकारी कन्या सीसे स्कूल की मेडिकल की छात्रा शीनम को अंबेसडर आफ होप प्रतियोगिता में जिले में दूसरा स्थान हासिल करने पर शनिवार को लुधियाना में लैपटाप देकर सम्मानित करते हुए व्यक्त किए। शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला ने खुले मन से शीनम व अन्य विजेताओं से बात कर उनका हौंसला बढ़ाया। उन्होंने सभी को अपना मोबाइल नंबर व वाट्सएप नंबर देते हए कहा कि अगर उन्हें शिक्षा हासिल करने में दिक्कत पेश आती है तो वह उनसे बिना झिझक बात करें वह उनकी हर तरह की मदद करेंगे। शीनम को उन्होंने कहा कि उसका डाक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए वह उसकी हरसंभव मदद करेंगे वह इसके लिए पैसे को आड़े नहीं आने देंगे। शिक्षा मंत्री से खुले मन से की बात से विद्यार्थियों का हौंसला दुगना हो गया।
शिक्षा विभाग द्वारा लाकडाउन दौरान अंबेसेंडर आफ होप प्रतियोगिता का आयोजन किया था जिसके तहत विद्यार्थी को कविता की वीडियो बनाकर शिक्षामंत्री की फेसबुक पर अपलोड करनी थी जिसमें राज्य भर के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया व शीनम ने इस प्रतियोगिता में फाजिल्का जिले में दूसरा स्थान हासिल कर अपने स्कूल, शहर व जिले का नाम रोशन किया। शीनम ने बताया कि उसने इस प्रतियोगिता में प्रसिद्ध रंगकर्मी विमल मिढ़ा द्वारा लिखी कविता जिदगी जारी करांगे प्रस्तुत की थी। राज्य के शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला ने लुधियाना में आयोजित एक कार्यक्रम दौरान शीनम को लैपटाप देकर सम्मानित किया।
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-सरकार ने स्मार्टफोन व लैपटाप देकर शीनम की राह की आसान: पिता मनोज
शीनम के पिता मनोज गगनेजा ने कहा कि लाकडाउन के दौरान उनका कारोबार ठप हो गया था जिसके चलते वह अपनी बेटी शीनम को न तो मोबाइल लेकर देने में असमर्थ थे लैपटाप तो दूर की बात है। लेकिन शीनम को पंजाब सरकार द्वारा पहले स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाया व अब शीनम ने अपनी काबिलियत से लैपटाप भी हासिल कर लिया। उन्होंने कहा कि अब उनकी बेटी और बढि़या ढंग से शिक्षा हासिल कर सकेगी। मनोज ने कहा कि मध्यम परिवार से संबंधित होने के कारण वह अपनी बेटी का डाक्टर का सपना कैसे करेंगे इस बारे सोचते रहते थे लेकिन शिक्षा मंत्री ने इस बारे आफर देकर उनकी चिता समाप्त कर दी है।
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सफलता का श्रेय शीनम ने प्रिसिपल व अध्यापकों को दिया
शीनम ने अपनी इस उपलब्धि के लिए रंगकर्मी विमल मिढ़ा जिनकी लिखित कविता से उसे यह सम्मान मिला, के अलावा पूर्व प्रिसिपल बिदु अरोड़ा, प्रिसिपल सुनीता बुलंदी का विशेष सहयोग व योगदान बताया है। उन्हेंने कहा कि उनकी प्रेरणा से ही उन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था। शीनम ने इसके लिए सभी का आभार जताया। शीनम की इस उपलब्धि पर व सरकारी स्कूल का नाम रोशन करने पर जिला शिक्षा अधिकारी डा. सुखबीर सिंह बल, डिप्टी डीईओ बेदी, प्रिसिपल सुनीता बुलंदी व पूर्व प्रिसिपल बिदु अरोड़ा ने शीनम को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। शीनम को केजी स्कूल के प्रबंधक एम राय गुप्ता, प्रिसिपल मोनिका गुप्ता मैनेजर दीपक गुप्ता व स्टाफ ने भी बधाई दी है।