सफाई कर्मियों की हड़ताल से जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर
सफाई कर्मियों की ओर से की जा रही हड़ताल रविवार को एक माह में प्रवेश कर गई है। हड़ताल के कारण शहर में जगह-जगह रखे गए कूड़ा ढंप तो भर ही चुके हैं बल्कि अब तो लोग भी अपने घरों का कूड़ा नालों और गलियों में फेंकने लगे ह
संवाद सूत्र, फाजिल्का : सफाई कर्मियों की ओर से की जा रही हड़ताल रविवार को एक माह में प्रवेश कर गई है। हड़ताल के कारण शहर में जगह-जगह रखे गए कूड़ा ढंप तो भर ही चुके हैं, बल्कि अब तो लोग भी अपने घरों का कूड़ा नालों और गलियों में फेंकने लगे हैं, जिस कारण जहां कूड़े से उठने वाली बदबू लोगों को परेशान करने लगी है। वहीं कूड़े के ढेरों पर मंडरा रहे बेसहारा मवेशी वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं।
फाजिल्का में 300 के करीब कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। सफाई सेवक यूनियन के प्रांतीय सीनियर उपप्रधान फतेह चंद का कहना है कि पिछले लंबे समय से कर्मचारी अपनी जायज मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। कोरोना के संकट में बढ़ चढ़कर अपनी डयूटियां निभा रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। शहर में सबसे ज्यादा गंदगी शनिदेव मंदिर के निकट, डीएवी कालेज के निकट, धोबीघाट मोहल्ले, राजा सिनेमा रोड आदि पर नजर आ रही है, जहां डंप स्टेशन ना होने के बावजूद लोग घरों से कूड़ा लाकर फेंक रहे हैं। इसके अलावा लोग कूड़े के ढेरों को आग के हवाले कर रहे हैं, जिस कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है।
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यें हैं मुख्य मांगे
- ठेका प्रणाली समाप्ति करके सभी प्रकार के कर्मचारियों को रेगुलर करना
-शहरों की बीट अनुसार सफाई सेवकों की भर्ती करना
- वेतन समय पर देने के लिए वैट की राशि दोगुना की जाए
-बराबर कार्य बराबर वेतन दिया जाए
- सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट का सरकारीकरण किया जाए
- नई पेंशन स्कीम रद्द की जाए
-सफाई कर्मचारियों के स्पेशल भत्ता 1000 रुपये महीना किया जाए
-कर्मचारियों को पीएफ ब्याज सहित जमा करवाया जाए।
- योग्यता रखने वाले कर्मचारी को 5 साल बाद तरक्की का मौका प्रदान किया जाए।
-नगर कौंसिल के कर्मचारियों को पानी व बिजली के बिलों की छूट दी जाए।
-कैश लैस सेहत स्कीम लागू की जाए।
-वेतन कमिश्न की रिपोर्ट जारी की जाए व बनता महंगाई भत्ता दिया जाए।
-तरस के आधार पर नौकरी बिना शर्त दी जाए।
-कर्मचारियों पर किए 200 रूपये महीना टैक्स पर छूट दी जाए।