धीयां दी लोहड़ी मना दिया बेटी बचाने का संदेश
दूर-दराज राज्यों से देश की हिफाजत करने वाले बीएसएफ जवानों के साथ विभिन्न त्यौहार मनाने वाली सरहदी लोक सेवा समिति की ओर से लोहड़ी का पर्व बीएसएफ की 52वीं बटालियन के साथ मिलकर धूमधाम से मनाया गया।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : दूर-दराज राज्यों से देश की हिफाजत करने वाले बीएसएफ जवानों के साथ विभिन्न त्यौहार मनाने वाली सरहदी लोक सेवा समिति की ओर से लोहड़ी का पर्व बीएसएफ की 52वीं बटालियन के साथ मिलकर धूमधाम से मनाया गया। इस उपलक्ष्य में 52वीं बटालियन के कार्यालय में लोहड़ी धीयां दी कार्यक्रम में जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, वहीं पांच साल तक की बच्चियों को सम्मानित करते हुए बेटी बचाने का संदेश दिया गया।
सरहदी लोक सेवा समिति की उपप्रधान प्रवीण शर्मा ने बताया कि बीएसएफ कार्यालय में आयोजित समारोह के दौरान बीएसएफ के कमांडेंट खनिद्र चौधरी व समिति के जिला प्रधान एडवोकेट राजेश कसरीजा विशेष तौर पर शामिल हुए। इस दौरान बच्चों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया, जिसमें आज की बेटियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं है, से संबंधी पेशकारियां बच्चों द्वारा दी गई। इस मौके कमांडेंट खनिद्र चौधरी ने कहा कि आज बेटा और बेटी दोनों में कोई अंतर नहीं है। लड़कों के साथ-साथ लड़कियां भी विभिन्न क्षेत्रों में अपने आप को सर्वश्रेष्ठ साबित कर रही हैं। इसलिए हमें भ्रूण हत्या जैसी कुरीति को पूरी तरह से समाज से बाहर निकालना है। इस मौके समिति के प्रधान राजेश कसरीजा ने बीएसएफ अधिकारियों व जवानों को लोहड़ी पर्व की बधाई देते हुए आयोजन में सहयोग के लिए आभार प्रगट किया। उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान पांच वर्ष तक की 13 बच्चियों को विशेष रूप से बुलाकर सम्मानित किया गया, जबकि मंच संचालन समिति की सदस्य शालिनी जोशी ने किया। अंत में सभी सदस्यों ने अपने अंदर की बुराई को लोहड़ी के रूप में जलाने की प्रेरणा ली और प्रांगण में लोहड़ी जलाई गई। इस मौके पर डा. जयंती, तपस्या, सोनू पाठक, उर्वशी, प्रवीण कंबोज, मोनिका अरोड़ा, संगीता तिन्ना, मंजू धींगड़ा, नीरज शर्मा, ज्योति यादव, रानी मैडम, एडवोकट गुरलीन, गौतम, मनीष छाबड़ा व अन्य उपस्थित थे।