Move to Jagran APP

फाजिल्का जिले में 794 केस तक पहुंचा डेंगू मरीजों का आंकड़ा

भले ही अब कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने लगा है लेकिन सर्दी का मौसम आते ही डेंगू ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। जिले में सबसे ज्यादा केस फाजिल्का और अबोहर तहसील में हैं

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 07:18 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 12:08 AM (IST)
फाजिल्का जिले में 794 केस तक पहुंचा डेंगू मरीजों का आंकड़ा

जागरण संवाददाता, फाजिल्का : भले ही अब कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने लगा है, लेकिन सर्दी का मौसम आते ही डेंगू ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। जिले में सबसे ज्यादा केस फाजिल्का और अबोहर तहसील में हैं, जबकि जिले में डेंगू से प्रभावित लोगों की संख्या 794 तक पहुंच गई है, जिसके चलते सेहत विभाग लगातार टीमों को घर-घर भेजकर जांच करवा रहा है। वहीं नगर कौंसिल मुनादी के जरिए लोगों को जागरूक कर रही है।

loksabha election banner

सरकारी अस्पताल फाजिल्का में अब तक 398, अबोहर के सरकारी अस्पताल में 288 व सीएचसी जलालाबाद में 40 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं, जबकि सीएचसी डबवाला कलां में 26, सीएचसी खुईखेड़ा में 21, सीएचसी सीतोगुणों में 13 व पीएचसी जंडवाला भीमेशाह में आठ डेंगू के मामलो सामने आ चुके हैं। यह आंकड़ा केवल सरकारी अस्पतालों का है, अगर प्राइवेट अस्पतालों की बात करें तो वहां भी काफी मरीज डेंगू से अपना इलाज करवा रहे हैं। भले ही इन 794 लोगों में से केवल 20 से 30 लोग ही अभी प्रभावित हैं, लेकिन डेंगू से होने वाली मौतें सेहत विभाग के लिए सबसे बड़ी चिता का विषय है। अब से पहले डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई थी, जबकि इस साल डेंगू से अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें दो लोग फाजिल्का व चार लोग अबोहर के शामिल हैं।

सिविल सर्जन फाजिल्का डा. कुंदनके पाल ने कहा कि इस बरसात के बाद हमारे घरों की छतों पर टूटे हुए बर्तनों या और कबाड़ मे पानी इकठ्ठा हो सकता है, जहां पर डेंगू का मच्छर पनप सकता है। जरूरत है इस तरह की सभी जगहों से पानी को निकाल दिया जाए और अगर कूलर, गमलों में पानी है तो उसे भी निकाल दें, ताकि वहां पर डेंगू के मच्छरों को पैदा होने से रोका जा सके।

---

घर बैठे ना करवाएं इलाज

सिविल सर्जन डा. पाल ने कहा कि अगर किसी भी किस्म का बुखार हो तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर अपना डेंगू और कोविड सैंपल देकर इलाज शुरू करवाएं। कभी भी घर बैठकर अपने आप या नीम हकीमों से इलाज न करवाएं। ये कभी भी घातक हो सकता है। बुखार के लिये सिर्फ पैंरासीटामोल ही लें और तरल पदार्थ व पानी ज्यादा पियें। जिला मास मीडिया अफसर अनिल धामू ने बताया कि सेहत विभाग द्वारा डेंगू और कोविड के टेस्ट बिल्कुल नि:शुल्क किए जाते हैं और इलाज भी नि:शुल्क है। अबोहर में 35 घरों में मिला डेंगू का लारवा

संवाद सहयोगी, अबोहर : डेंगू के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगाकर सर्वे करने के साथ-साथ कीटनाशक दवा का छिड़काव कर रही हैं, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के कर्मचारियों ने मैटरो कलोनी में जाकर सर्वे करने के साथ साथ डेंगू प्रभावित लोगों के घरों व आसपास के इलाके में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया।

सेहत कर्मी वरिद्र कंबोज ने बताया कि मैटरो कालोनी में 110 घरों व 135 कंटेनर की जांच की गई जिसमें करीब 35 घरों में डेंगू का लारवा पाया गया जिसे मौके पर ही नष्ट किया गया। इस अभियान में नगर निगम के कर्मचारी पवन कुमार व खुशहाल चंद, आशा वर्कर प्रियंका व आरती रानी मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.