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विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई ब्रह्माबाबा की पुण्यतिथि

विश्वव्यापी संस्था ब्रह्माकुमारीज के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्माबाबा की 53वीं पुण्यतिथि विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 04:20 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 04:20 PM (IST)
विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई ब्रह्माबाबा की पुण्यतिथि
विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई ब्रह्माबाबा की पुण्यतिथि

संस, अबोहर : विश्वव्यापी संस्था ब्रह्माकुमारीज के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्माबाबा की 53वीं पुण्यतिथि विश्व शांति दिवस के रूप में मनाई गई। राजयोग भवन में एकत्रित लोगों ने एक घंटे तक राजयोग का अभ्यास करने के पश्चात दो मिनट मौन भाव से विश्वशांति के लिए सामूहिक प्रार्थना की और कोरोना के कारण भौतिक संसार त्यागने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राजयोग केंद्र प्रभारी पुष्पलता, सुनीता, दर्शना बहन व शालू बहन, नगर निगम के मेयर विमल ठठई, लेखक परिषद के प्रधान राज सदोष, डा. कंचन खुराना, एडवोकेट रमेश शर्मा, डा. संजय गुप्ता, डा. रितु गुप्ता, डा. दीपाली, श्याम सुंदर सचदेवा, शकुंतला सोनी आदि गणमान्य नागरिकों ने ब्रह्माबाबा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। राजयोग शिक्षिका सुनीता बहन ने कहा कि देश विभाजन से पहले हैदराबाद सिध में हीरों के प्रख्यात व्यापारी दादा लेखराज कृपलानी ने ब्रह्माबाबा के रूप में दिव्य दृष्टि के माध्यम से दुनिया की विनाशलीला देखकर महिलाओं के नेतृत्व में संस्था का गठन करके सर्वत्र शांति का संदेश प्रवाहित करने का संकल्प लिया। नगर निगम मेयर विमल ठठई ने कहा कि ब्रह्माबाबा द्वारा दिखाए सादगी, सहजता, सद्भाव व समन्वय के मार्ग पर चलकर स्वर्णिम विश्व की स्थापना की जा सकती है। लेखक परिषद के प्रधान राज सदोष ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था अब वट वृक्ष का रूप धारण करके 140 देशों में विश्व कल्याण कार्य में जुटी हुई है।

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