हार रहा कोरोना, लेकिन सतर्कता अभी जरूरी
सितंबर माह में बढ़े मामलों से लग रहा था कि कोरोना का विस्तार अब तेजी से होगा लेकिन अक्टूबर माह से ही कोरोना ने यूटर्न लेना शुरू कर दिया है।
मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : सितंबर माह में बढ़े मामलों से लग रहा था कि कोरोना का विस्तार अब तेजी से होगा, लेकिन अक्टूबर माह से ही कोरोना ने यूटर्न लेना शुरू कर दिया है। मई से सितंबर माह तक 2000 से अधिक मामले सामने आए। अक्टूबर माह में 548 लोग कोरोना से संक्रमित मिले। 930 लोग कोरोना को हराकर घर लौटे। हालांकि 12 लोगों की मौत भी हुई, लेकिन सितंबर और अगस्त माह के आंकड़े से मौत दर में भी कमी आई है। भले ही कोरोना के नए मामले कम आ रहे हैं, लेकिन कोरोना को लेकर लोग लापरवाह नजर आने लगे हैं। चाहे धार्मिक आयोजन हो या धरना प्रदर्शन, कुछ लोगों को छोड़कर बाकी सभी लोग मास्क के बिना नजर आ रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि अभी कुछ माह तक मास्क पहनने की जरूरत है। सितंबर रहा चरम पर, अक्टूबर से कमी
माह संक्रमित ठीक हुए मौतें
मई: 44 42 00
जून: 47 29 00
जुलाई: 192 42 01
अगस्त: 629 391 13
सितंबर: 1465 1251 21
अक्टूबर: 548 930 12 कुल मामले: 2925
ठीक हुए: 2685
एक्टिव केस: 193
मौतें: 47 ठीक होने वालों का प्रतिशत: 91.79
एक्टिव केसों का प्रतिशत: 6.59
मौतों का प्रतिशत: 1.60
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सबसे ज्यादा केस 23 सितंबर को 135
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माह टेस्ट नेगेटिव
मई: 4066 3857
जून: 9147 8693
जुलाई: 15912 15266
अगस्त: 22077 21800
सितंबर: 36389 35357
अक्टूबर: 45000 44850 अभी जंग खत्म नहीं हुई: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. पाल ने कहा कि अभी कोरोना के खिलाफ जारी जंग खत्म नहीं हुई। अब तक मिले लोगों के सहयोग का ही नतीजा है कि कोरोना के केस लगातार कम आ रहे हैं। लेकिन लापरवाही से कोरोना के मामले फिर से सामने आ सकते हैं। इसलिए लोग लापरवाही ना छोड़े और मास्क के साथ साथ सैनिटाइज और शारीरिक दूरी को हिस्सा बनाकर रखें। इसके अलावा जिस को भी कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उसको सरकारी अस्पताल में टेस्ट करवाना चाहिए।