कोरोना का मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा बुरा प्रभाव
कोविड-19 के लगातार बढ़ते संक्रमण और दुष्प्रभावों के चलते लोगों का मानसिक स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
संवाद सहयोगी, अबोहर : कोविड-19 के लगातार बढ़ते संक्रमण और दुष्प्रभावों के चलते लोगों का मानसिक स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इसके चलते लोगों में घबराहट, अवसाद और व्यवहार असंतुलन जैसी प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है। इस गंभीर समस्यात्मक और चुनौती भरे माहौल में अपने व्यवहार को संतुलित बनाए रखने के उद्देश्य से डीएवी शिक्षा महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
प्रिसिपल डॉ. उर्मिल सेठी की अगुवाई में आयोजित वेबिनार की रिसोर्स पर्सन कैनेडियन मेंटल हेल्थ एसोसिएशन, ब्रिटिश कोलंबिया , कनाडा की बाउंस बैक कम्युनिटी कोच अनिका गुप्ता थी। प्रिसिपल डॉ. उर्मिल सेठी ने वेबिनार के थीम पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वैश्विक महामारी के इस कठिन दौर ने मानव व्यवहार को बेहद मुश्किल हालात में डाल दिया है और वह कहीं ना कहीं असंतुलित और असहाय होता दिखाई दे रहा है। रिसोर्स पर्सन अनिका गुप्ता ने बताया कि कैसे जब आप घटनाओं को टुकड़ों में स्पष्ट देखते हैं, तब आप उनको बदल सकते हैं । यदि आप उदास मन से घर जाते हैं तो संभव है कि आप जो हुआ, उसी बारे में सोचते रहेंगे। आप बहुत खराब अनुभव करेंगे। यदि आप दूसरे व्यक्ति से मिलेंगे तो इस बात की ज्यादा संभावना है कि आप अपने बारे में अच्छा महसूस करेंगे। मुख्य वक्ता ने भागीदारों के द्वारा पूछी गई शंकाओं का भी निवारण किया। प्रिसिपल डॉ. सेठी, आइक्यूसी सेल के इंचार्ज डॉ विजय ग्रोवर और वेबिनार आयोजक मनिका प्रभाकर, डॉक्टर गुरप्रीत कौर की ओर से मुख्य वक्ता को विशेष रूप से धन्यवाद प्रेषित किया।