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कांग्रेस कमेटी के उपप्रधान व एससी सेल के पूर्व चेयरमैन भाजपा में शामिल

कांग्रेस कमेटी के जिला उपप्रधान व एससी सेल के पूर्व चेयरमैन प्रेम सिंह धरांगवाला सोमवार को अपने साथियों हरप्रीत सिंह सोनू बेअंत सिंह हर सिंह गुरप्रीत सिंह हरदीप सिंह जसप्रीत सिंह विधायक नारंग के निवास स्थान पर पहुंचे व कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 10:18 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 10:18 PM (IST)
कांग्रेस कमेटी के उपप्रधान व एससी सेल के पूर्व चेयरमैन भाजपा में शामिल
कांग्रेस कमेटी के उपप्रधान व एससी सेल के पूर्व चेयरमैन भाजपा में शामिल

संस, अबोहर : कांग्रेस कमेटी के जिला उपप्रधान व एससी सेल के पूर्व चेयरमैन प्रेम सिंह धरांगवाला सोमवार को अपने साथियों हरप्रीत सिंह सोनू, बेअंत सिंह, हर सिंह, गुरप्रीत सिंह, हरदीप सिंह, जसप्रीत सिंह विधायक नारंग के निवास स्थान पर पहुंचे व कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।

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विधायक नारंग ने सभी को सिरोपा पहनाकर पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी में पूरा मान-सम्मान दिया जायेगा। विधायक नारंग ने कहा कि कांग्रेस सरकार से पूरा पंजाब दुखी है। कांग्रेस सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में केवल झूठे वादे के सिवा कुछ नहीं किया। इस मौके पर जिला उपप्रधान अशोक छाबड़ा, जिला वरिष्ठ सदस्य नवनीत जायसवाल मौजूद थे। टकसाली कांग्रेसियों से दूरी के कारण कटी नत्थूराम की टिकट : सियाग संस, अबोहर : हलका बल्लुआना विधानसभा के कांग्रेस नेता सुशील सियाग ने कहा कि विधायक नत्थूराम अपनी टिकट कटने पर पार्टी हाईकमान पर धक्का करने के आरोप लगा रहे हैं, परंतु हकीकत कुछ और ही है।

उन्होने कहा कि दरअसल विधायक नत्थूराम मलोट के रहने वाले हैं और वहां सिर्फ एक बार उप-चुनाव जीते हैं। उसके बाद से 2007 और 2012 के चुनाव मलोट से हार रहे थे। पिछले चुनाव यानि 2017 में हलका बल्लुआना से 16 हजार वोटों के बड़े अंतराल से जीत प्राप्त की थी। लेकिन विधायक बनने के बाद नत्थूराम के खिलाफ कांग्रेस वर्करों और आम जनता में नाराजगी के कई कारण थे। उन्होंने बताया कि नत्थूराम ने विधायक बनने के बाद भी अपनी रिहायश मलोट रखी थी और हलके के लोगों के लिए कोई भी दफ्तर नहीं बनाया, जहां उनसे राबता बनाया जा सके। चुनाव जीतने के बाद नत्थू राम ने हलका वासियों से दूरी का ही नतीजा था कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेसी उम्मीदवार शेर सिंह घुबाया 42 हजार वोटों से पिछड़ गए। उन्होंने कहा कि नत्थू राम हलके के टकसाली कांग्रेसियों को भी साथ लेकर नहीं चल सके। पार्टी द्वारा करवाए गए सर्वे में भी नत्थू राम की रिपोर्ट निगेटिव गई थी। उनके विरोध के कारण ही बल्लुआना विधानसभा के कई गांव में उन्हें एंट्री तक नहीं करने दी गई। सियाग ने बताया कि विधायक नत्थूराम पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के करीबी थी। इसलिए भी नत्थूराम की टिकट कटनी तय थी।


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