सर्वहितकारी के बच्चों ने घरों में लगाए औषधीय पौधे
विद्या भारती की स्वर्ण जयंती के अवसर पर सर्वहितकारी विद्या मंदिर में अलग-अलग प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं जिसके तहत विज्ञान विभाग की ओर से औषधीय पौधों पर एक परियोजना विद्यालय स्तर पर की गई।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : विद्या भारती की स्वर्ण जयंती के अवसर पर सर्वहितकारी विद्या मंदिर में अलग-अलग प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, जिसके तहत विज्ञान विभाग की ओर से औषधीय पौधों पर एक परियोजना विद्यालय स्तर पर की गई। इस परियोजना के तहत कक्षा छठी से लेकर दसवीं तक के विद्यार्थियों को अपने घर में पांच औषधीय पौधे लगाने थे। साथ ही विद्यार्थी इन पौधों के औषधीय गुण और उसके उपयोग की जानकारी भी प्राप्त करेंगे।
प्रिसिपल मधू शर्मा ने बताया कि इस कार्य का उद्देश्य था कि विद्यार्थियों को प्राकृतिक से जोड़ना। क्योंकि इस टेक्नोलॉजी के युग में बच्चे प्रकृति से दूर होते दिखाई देते हैं। हमारी वन संपदा में कितने ही ऐसे पौधे हैं जो अपने आप में बहुत ही गुणकारी हैं। वैसे तो सभी पेड़ पौधे हमें लकड़ी, छाया, फल, फूल प्रदान करते हैं। लेकिन इनमें से बहुत से ऐसे पौधे हैं जो विशेष रूप से औषधीय गुणों से भरपूर हैं। विद्यालय के विद्यार्थियों ने बहुत ही मेहनत और लग्न से इस परियोजना में भाग लिया। बच्चों ने तुलसी, पीपल, नीम, सदाबहार, एलोवेरा आदि पौधे का रोपण किया और उनके गुणों की जानकारी हासिल की। तुलसी गला खराब व बुखार में लाभदायक है। पीपल का पेड़ 24 घंटे हमें प्राणवायु प्रदान करता है। नीम का पेड़ नीम का तेल, नीम का साबुन व फुंसियां ठीक करने में लाभदायक है। इसका दातुन भी दांतों को कीड़े लगाने से बचाता है। वैसे ही एलोवेरा का जूस बालों को चमत्कार बनाता है। सदाबहार के फूल शुगर के मरीजों के लिए लाभदायक है। इस मौके विद्यार्थियों ने घर में लगाए पौधे की फोटो खींचकर प्रिसिपल के व्हाट्सएप तक पहुंचाई और इनके लाभ का एक चार्ट लिखकर भी भेजा। इस मौके प्रिसिपल मधु शर्मा ने सभी विद्यार्थियों के उत्साह की प्रशंसा की व इन पौधों की अच्छे से देखभाल करने की बात कही।