वकील से मारपीट मामले में बार एसोसिएशन ने हड़ताल कर किया रोष प्रदर्शन
जिला बार एसोसिएशन फाजिल्का ने दो वकीलों के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस की कार्रवाई से खफा एक दिन कार्य बंद रखकर रोष प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, फाजिल्का : जिला बार एसोसिएशन फाजिल्का ने दो वकीलों के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस की कार्रवाई से खफा एक दिन कार्य बंद रखकर रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कोई भी वकील अदालत में पेश नहीं हुआ, जिस कारण लोगों को परेशान होकर लौटना पड़ा। उधर पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामले में डॉक्टरी रिपोर्ट के अनुसार ही कार्रवाई की गई है।
एसोसिएशान के जिलाध्यक्ष रितेश गगनेजा ने बताया कि 21 फरवरी को बार एसोसिएशन के दो वकीलों पर गांव टाहलीवाला में हमला हुआ था, जिसमें कुछ ज्ञात व कअज्ञात लोगों ने उन पर हमला करके बुरी तरह से जख्मी कर दिया। इस दौरान उनके सिर व पैर पर चौटें आई। इसके बाद कार्रवाई न होने पर पहले भी बार एसोसिएशन फाजिल्का द्वारा एक दिन के लिए हड़ताल की गई। इसके बाद पुलिस ने उक्त मामले में आठ लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत पर्चा दर्ज कर लिया। लेकिन इसमें धारा 307 साथ नहीं जोड़ी गई। पुलिस द्वारा सही कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कार्य पूरी तरह से बंद रखा गया। उधर विभिन्न अदालतों में वकीलों के पेश न होने के चलते आगे की तारीख लेने के लिए अदालतों में दो-दो वकीलों की डयूटियां लगाई गई। यह है मामला
मामले के शिकायतकर्ता गांव टाहलीवाला जट्टा निवासी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उसका गांव निवासी धर्मिंदर सिंह के साथ पुराना विवाद था। जिसकी रंजिश के चलते 21 फरवरी 2020 को जब वह अपने खेत में पानी लगा रहे थे तो धर्मिंद्र सिंह अपने पिता नैब सिंह, साथी गुरजंट सिंह, ओरिद्र सिंह, जश्नदीप सिंह, कृष्णा सिंह, हुसना सिंह, मेनपाल सिंह के साथ वहां आए और उसके खेत से निकलने वाले नाले को ढहा दिया। जब उसने उक्त लोगों को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया।
---
डाक्टरी रिपोर्ट अनुसार हुई कार्रवाई : थाना प्रभारी
अरनीवाला थाना प्रभारी जसवंत सिंह भट्टी ने कहा कि उक्त मामले में डॉक्टरी रिपोर्ट के अनुसार ही कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा धारा 307 डाक्टर की रिपोर्ट के अनुसार बनती है। वहीं यह भी कहा कि उक्त मामले में शिकायतकर्ताओं द्वारा जान से मारने को लेकर खतरा होने का कोई ब्यान नहीं लिखवाया गया। इसलिए डाक्टरी रिपोर्ट के अनुसार बनती कार्रवाई की गई है।