मौसम का बिगड़ा मिजाज, शीतलहर से बढ़ी ठिठुरन
पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी का असर पंजाब में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। पिछले तीन दिनों से लोग सूरज के दर्शन करने को तरस गए हैं।
जागरण संवाददाता, फाजिल्का : पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी का असर पंजाब में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। पिछले तीन दिनों से लोग सूरज के दर्शन करने को तरस गए हैं। जबकि आसमान में छाए बादलों ने ठंड को काफी बढ़ा दिया है। बुधवार को सुबह करीब पांच बजे और दोपहर के समय हुई हल्की बारिश से सारा दिन शीत लहर भी चलती रही, जिस कारण दिन में भी ठंड बढ़ गई।
भले ही अभी धुंध पड़नी शुरू नहीं हुई। लेकिन ठंड के साथ किसानों की ओर से जलाई की पराली वाहन चालकों के लिए परेशानी बन रही है। पिछले तीन दिनों से तो आसमान में छाए बादलों के चलते सूरज की किरणें पूरी तरह से धरती पर नहीं पहुंच पाई। उधर बारिश व शीत लहर से बुधवार का दिन इस साल सर्दी के मुकाबले सबसे ठंडा रहा। सुबह के समय पारा 16 डिग्री रहा, जो देर रात्रि तक भी 17 डिग्री तक बना रहा। जबकि इससे पहले न्यूनतम तापमान 20 से 22 डिग्री के आसपास था। उधर ठंड बढ़ने से कई जगहों पर दुकानदार आग सेंकते हुए ठंड से बचते नजर आए। वहीं बुजुर्ग व बच्चे सर्दी के चलते बाजारों में कम दिखाई दिए।
---
देर शाम तक होती रही बूंदाबांदी
फाजिल्का में सुबह करीब पांच बजे तेज बारिश हुई, जिस कारण मंडी में बैठे किसानों व मजदूरों ने फसलें ढंक ली। भले ही बारिश ज्यादा नहीं हुई, लेकिन बादलों के साथ चली तेज हवाओं ने सारा दिन परेशान किया। दोपहर के समय भी पांच मिनट बारिश हुई। जबकि शाम करीब छह बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई, जो सात बजे तक चलती रही। जिस कारण सड़कें पूरी तरह से सुनसान हो गई। बूंदाबांदी से गिरा पारा
संवाद सहयोगी, अबोहर : शहर व आसपास के गांवों में बुधवार को हल्की बूंदबांदी होने से ठंडक बढ़ गई। बुधवार सुबह से आसमान पर बादल छाए हुए थे व शाम को बूंदाबांदी के बाद मौसम में ठंडक बढ़ गई है । किसान गुलाब राम, ओम प्रकाश ने बताया कि अगर बारिश तेज हुई तो उनके नरमे की फसल के अलावा हाल ही में बिजी गई गेहूं को नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा बागवानों ने ठंड व बारिश को किन्नू की फसल के लिए फायदेमंद बताया है। बारिश के बाद तापमान 18 डिग्री सेलियस रिकार्ड किया गया।